झारखंड विधानसभा चुनावों में देर रात तक मिले परिणामों से झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार बनना तय हो गया। 81 सदस्यीय विधानसभा के आए नतीजों में गठबंधन को 47 सीटों पर विजय हासिल हुई है। इसमें झामुमो को 30, कांग्रेस को 16 और राजद को एक सीट मिली है। वही, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सिर्फ 25 सीटों से संतोष करना पड़ा है।

झारखंड विधानसभा चुनाव के सोमवार को आए परिणामों में रघुवर दास और उनके मंत्रिमंडल के तीन अन्य सदस्यों को हार का सामना करना पड़ा। रघुवर दास के अलावा उनके मंत्रिमंडल के जल संसाधन मंत्री आजसू के रामचंद्र सहिस, दुमका से कल्याण मंत्री लुईस मरांडी और मधुपुर से श्रम मंत्री राज पलिवार को इन चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा।
स्वयं रघुवर दास अपने ही मंत्रिमंडल सहयोगी रहे सरयू राय के हाथों जमशेदपुर पूर्वी से लगभग सोलह हजार मतों से पराजित हुए। सरयू राय झारखंड सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री थे। पार्टी द्वारा टिकट काटे जाने से नाराज होकर वह निर्दलीय मैदान में उतरे थे।
चुनाव आयोग ने सोमवार रात तक राज्य की सभी 81 सीटों के परिणाम घोषित कर दिए, और राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व में बने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 47 सीटें जीत कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया। झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने 27 दिसंबर को मोरहाबादी मैदान में नई सरकार के शपथ ग्रहण की घोषणा की है।
इन चुनावों में झामुमो ने रिकार्ड 30 सीटें जीतीं जिससे वह विधानसभा में सबसे बड़ा दल भी बन गया। वहीं, भाजपा केवल 25 सीटें ही हासिल कर पाई। गठबंधन में झामुमो को जहां 30 सीटें हासिल हुईं वहीं कांग्रेस को भी 16 और राजद को एक सीट पर जीत मिली है। (इंपुट: भाषा के साथ)