बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में रविवार को बड़ा फैसला लिया है। जदयू ने ऐलान किया है कि वह बिहार से बाहर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा नहीं रहेगी। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में फैसला लिया गया है कि पार्टी आने वाले चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।
जदयू ने ऐलान किया है कि जम्मू-कश्मीर, झारखंड, हरियाणा और दिल्ली में होने वाले आगामी चुनावों में पार्टी अकेले अपने दम पर लड़ेगी। यह फैसला रविवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारी की बैठक में हुआ। इसके अलावा बैठक में पार्टी का विस्तार करने और संगठन को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई।
Janata Dal United (JDU) will not be a part of National Democratic Alliance (NDA) outside the state of Bihar. JDU will fight the upcoming elections alone in J&K, Jharkhand, Haryana & Delhi. The decision has been taken in the party's National Executive Meet today. pic.twitter.com/LfwMgZs2l3
— ANI (@ANI) June 9, 2019
नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पटना में मुख्यमंत्री आवास पर हुई जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एनडीए की विरोधी ममता बनर्जी के लिए चुनावी रणनीति बनाने का फैसला कर फिर से चर्चा में आए जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रवक्ता केसी त्यागी, प्रदेश अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और अन्य कई नेताओं की भी उपस्थिति रही।
JDU national executive meeting underway in Patna. Bihar Chief Minister Nitish Kumar present along with leaders Prashant Kishor,Bashistha Narain Singh and KC Tyagi. pic.twitter.com/QMq4l7g8Tj
— ANI (@ANI) June 9, 2019
बता दें कि जदयू का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब जदयू ने यह कहते हुए स्पष्ट कर दिया था कि वह मोदी सरकार का हिस्सा नहीं बनेगी, क्योंकि भाजपा ने उसे एक मंत्री पद का प्रस्ताव दिया था, जिसे वह स्वीकार नहीं कर सकती। भले ही जदयू और भाजपा राजग में सब कुछ सही बता रहे हैं, लेकिन केंद्र में नीतीश की पार्टी के भागीदारी से इनकार के बाद कयासों का दौर जारी है। भाजपा की सहयोगी पार्टी जनता दल यूनाइटेड मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल हुई है। जदयू को मोदी मंत्रिपरिषद में एक स्थान मिल रहा था जो संभवत: राजग की सहयोगी पार्टी को मंजूर नहीं था।
इस घमासान के बीच इससे पहले हाल ही में जदयू के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता केसी त्यागी ने साफ कहा था कि हमने फैसला किया है कि अब आगे भविष्य में कभी भी राजग के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने त्यागी के हवाले से लिखा था, ‘जो प्रस्ताव दिया गया था, वह जदयू को अस्वीकार्य था। इसलिए हमने तय किया है कि भविष्य में भी जदयू कभी भी राजग के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होगी। यह हमारा फाइनल फैसला है।’
KC Tyagi,JDU: The proposal that was given was unacceptable to the JDU therefore we have decided that in future also JDU will never be a part of the NDA led Union Cabinet, this is our final decision pic.twitter.com/Nag1j19D8E
— ANI (@ANI) June 2, 2019
हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एक बार फिर कहा कि मोदी सरकार में शामिल नहीं होने के बावजूद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पूरी तरह से एकजुट है और 2020 का राज्य विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मिलकर लड़ेगी।