जनता दल यूनाइटेड (JDU) में चल रही खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। अब, केरल से पार्टी के इकलौते सांसद वीरेंद्र कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बड़ा झटका दिया है। जदयू की केरल इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने नीतीश कुमार के धड़े वाले जदयू से अलग होने का ऐलान करते हुए बुधवार (20 दिसंबर) को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
हालांकि पिछले महीने ही उन्होंने इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा था वे नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू के सदस्य नहीं बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि मैं संघ परिवार में शामिल हो गए नीतीश कुमार के अधीनस्थ राज्यसभा सदस्य बने रहना नहीं चाहता। बता दें कि जदयू राज्य में कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की सहयोगी है। वीरेंद्र कुमार बीते साल ही राज्यसभा के लिए चुने गए थे।
पिछले महीने कुमार ने कहा था कि अब मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही चीज है कि मैं नीतीश कुमार से अलग होना चाहता हूं। उन्होंने कहा था कि मैं नीतीश कुमार की पार्टी के राज्यसभा सदस्य के रूप में नहीं रहूंगा। मैंने इसको लेकर जनता दल (सेक्युलर) की केरल इकाई के नेताओं से भी बातचीत की है। मुझे जेडीएस के साथ काम करने में कोई परेशानी नहीं है।
गौरतलब है कि वीरेंद्र कुमार का राज्यसभा कार्यकाल करीब सवा चार साल अभी भी बचा हुआ है। उन्होंने साल 2014 में अपनी पार्टी सोशलिस्ट जनता (लोकतांत्रिक) पार्टी का विलय जनता दल यूनाइटेड में कर लिया था। बता दें कि बिहार में बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले के बाद से ही जदयू में बगावत के सुर उभरने लगे थे।
वीरेंद्र कुमार ने तब कहा था कि वे नीतीश कुमार के फैसले से खुश नहीं हैं और एनडीए को समर्थन नहीं देंगे। वीरेंद्र कुमार के अलावा बिहार में जदयू के महागठबंधन से अलग होने और बीजेपी के साथ जाने के फैसले पर नीतीश कुमार से नाराज चल रहे पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।