बॉलीवुड की मशहूर सिंगर सोना महापात्रा द्वारा अमीर खुसरो की सूफी रचना ‘तोरी सूरत’ गाए जाने के बाद हंगामा मच गया है। सोना को मदारिया सूफी फाउंडेशन की तरफ से धमकियां मिल रही है और इस गाने को हर जगह से हटाने के लिए कहा जा रहा है। सोना मोहापात्रा मुंबई पुलिस में अपनी शिकायत भी दर्ज करवाई है। सोना ने मिल रही धमकियों को अपने ट्विटर अकांउट पर शेयर कर जानकारी दी है।हालांकि इस मामले पर मशहूर लेखक जावेद अख्तर ने सोना का खुलकर समर्थन किया है। इस बारे में जावेद ने अपनी ओर से कड़ी आपत्ति जताते हुए उस सूफी ग्रुप को काफी खरीखोटी सुनाई है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि अमीर खुसरो किसी की जागिर नहीं, बल्कि वह तो हर भारतीय के हैं।
जावेद ने लिखा, ‘मैं कड़े शब्दों में उन संगठनों की निंदा करता हूं जो अमीर खुसरो के गीत पर म्यूजिक वीडियो बनाने को लेकर सिंगर सोना महापात्रा को धमकी दे रहे हैं। इन ‘मुल्लाओं’ को यह पता होना चाहिए कि अमीर खुसरो का संबंध सभी भारतीय से है, वह किसी अकेले की जागिर नहीं हैं।’
In strongest possible words I condemn those regressive and reactionary organisations who are threatening Sona Mahapatra for making a music video of a Amir Khusrau ‘ Geet . These mullas should know that Amir Khusrau belongs to every Indian . He is not your property .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) May 1, 2018
दरअसल, हाल ही में सिंगर सोना महापात्रा का ऐल्बम ‘तोरी सूरत’ लॉन्च हुआ था। यह ट्रैक उनके नए प्रोजेक्ट ‘लाल परी मस्तानी’ का हिस्सा है। इसमें सोना ने अमीर खुसरो का गीत गाया है और वीडियो बनाया है। महापात्रा ने खुसरो का वह सूफी गीत गाया है, जिसे खुसरो ने निजामुद्दीन औलिया के लिए लिखा था। इसी वीडियो के लॉन्च होने के बाद महापात्रा को मदरिया सूफी फाउंडेशन नाम के एक मुस्लिम संगठन की ओर से धमकी दी गई है।
सोना महापात्रा ने खुद ट्विटर के जरिए एक के बाद एक कई ट्वीट कर मदरिया सूफी द्वारा धमकी मिलने की जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उन्हें धमकी भरा नोटिस मिला है। सोना ने मुंबई पुलिस को टैग करते हुए कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा है, ‘डियर मुंबई पुलिस, मुझे मदारिया सूफी फाउंडेशन की ओर से एक धमकी भरा नोटिस मिला है जिसमें उन्होंने मुझे अपना सॉन्ग ‘तोरी सूरत’ को हर माध्यम से हटाने के लिए कहा है। उन्होंने दावा किया है कि वीडियो वल्गर है, इससे सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है। मैं जानना चाहती हूं कि आपके विभाग में किसे संपर्क करूं।’
एक अन्य ट्वीट कर सिंगर ने लिखा है, ‘सूफी मदारिया फाउंडेशन ने मुझे ‘अकसर इस तरह की हरकतें’ करने वाली कहा है और बताया है कि उन्हें पांच साल पुराने मेरे एक सूफियाना कलाम ‘पिया से नैना’ पर भी आपत्ति है और यह इस्लाम का अपमान है। वजहः मैंने ऐसे कपड़े पहने हैं जिसमें से मेरी बॉडी दिखती है और पाश्चातय संगीत का इस्तेमाल किया है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने मेरा 5 साल पुराना वीडियो भी पाया है जिसमें मैं कोक स्टूडियो में सूफियाना कलाम ‘पीया से नैना’ गा रही हूं। उन्होंने इसे इस्लाम का अपमान बताया, क्योंकि इसमें मैंने छोटे कपड़े पहने हैं।
Dear @MumbaiPolice I have received a threatening notice from the Madariya Sufi Foundation to remove my music video Tori Surat from all communication mediums. They claim that the video is vulgar,will flare communal tensions.I need to know whom to write in my response to at ur end
— SONA (@sonamohapatra) April 30, 2018
The Sufi Madariya foundation has also called me a ‘regular offender’ & says that they find another five year old Video of me singing a Sufiana Kalam – Piya Se Naina on coke studio insulting Islam because I’m ‘dressed exposing my body’ & playing westernised music. @MumbaiPolice
— SONA (@sonamohapatra) April 30, 2018