जम्मूः जब जय श्री राम और भारत माता की जय के नारों के साथ हिंदुत्व आंतकवादियों ने मुस्लिम परिवार पर किया जानलेवा हमला

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जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शुक्रवार (21 अप्रैल) को गौरक्षकों ने एक परिवार पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया था, जिन लोगों पर हमला हुआ है उसमें एक नौ साल की बच्ची भी शामिल थी। इन गो रक्षकों की बर्बरता का एक नया वीडियो सामने आया है, वीडियो में गो रक्षक तंबू पर लात मारते दिख रहे हैं।

गौरक्षों के नाम पर हिंन्दुत्व का लबादा ओढ़े हुए इन आतंकवादियों ने पुलिस के सामने ही बर्बरतापर्वूक असहाय मुस्लिम परिवार पर हमला बोला। पुलिस मूकदर्शक बनी सब देख रही थी औरम परिवार रहम की भीख मांग रहा था। इस परिवार को मार देने के लिए के हिंन्दुत्व आंतकवादियों की ये भीड़ बिना किसी खौफ के अपना काम कर रही थी।

मौके पर मौजूद पुलिस उपद्रवियों को रोकने की कोशिश करती रही, लेकिन उपद्रवी इतनी बड़ी तादाद में थे कि पुलिस के लिए उन्हें रोकना मुश्किल हो गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार किए गए लोगों में बलबीर सिंह, ओन्कर, सुजीवन सिंह, सातपॉल, जगदेव सिंह, लाल सिंह, सुनील सिंह, राकेश कुमार, शंकर सिंह, भगवान दास और सुरिंदर सिंह शामिल है। इन लोगों कि उम्र 18 से 50 के बीच में है और उनमें से किसी का भी अतीत में कोई आपराधिक मामला नहीं है।

https://twitter.com/zackovixen/status/856205428556009472?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fjai-shri-ram-right-wing-terrorists%2F118495%2F

हमला उस वक्त किया गया जब पूरा परिवार अपने जानवरों को लेकर रियासी से कश्मीर जा रहे थे। उन लोगों को तथाकथित गो तस्कर समझकर लोगों ने रास्ते में रोक लिया और मार-पीट शुरू कर दी। वहीं पीड़िताओं का कहना था कि, हमला करने वाले उनके सभी जानवरों को भी अपने साथ ले कर चले गए थे।

पीटीआई की ख़बर के मुताबिक, रियासी के SSP ताहिर भट ने बताया कि खानाबदोश परिवार के दो सदस्यों की पिटाई के मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों की गुरुवार को बिना इजाजत जानवरों को ले जाते वक्त पिटाई की थी। साथ ही भट्ट ने कहा कि इस क्षेत्र में स्थिति सामान्य है।

वहीं, जम्मू क्षेत्र के IGP एसडी सिंह जमवाल ने संवाददाताओं से कहा कि गिरफ्तार लोगों ने 1990 के मध्य में आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों से इस क्षेत्र में चले गए थे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि वे वीएचपी बजरंग दल के थे या गौरक्षक थे।

आपको बता दें कि, इससे पहले राजस्थान के अलवर में गोरक्षा संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने 15 लोगों के एक समूह पर हमला बोल दिया। ये लोग गाय ले जा रहे थे और इनके पास गाय खरीदने के सभी दस्तावेज मौजूद थे लेकिन कथित गौरक्षकों और हिन्दुवादी संगठन से जुड़े लोगों ने उनकी एक न सुनी और पुलिस के सामने ही जमकर तोड़फोड़ मचाई और इस मारपीट में एक व्यक्ति की जान चली गई थी।

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