बुकर पुरस्कार से सम्मानित मशहूर भारतीय लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता अरुंधति रॉय अपनी नई किताब ‘द मिनिस्ट्री ऑफ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ को लेकर इन दिनों चर्चा में हैं। यह बीस साल बाद आया उनका दूसरा उपन्यास है।अरुंधति के इस उपन्यास का पिछले साल विमोचन हुआ था जिसे लोगों ने हाथों हाथ लिया। अरुंधति का यह उपन्यास करीब 30 देशों में प्रकाशित हुआ था। यह भारत के बारे में एक विलक्षण और महत्वाकांक्षी किताब है।दुनिया भर में अपनी लेखनी से ख्याति हासिल करने वाली अरुंधति रॉय ने बीबीसी न्यूज़नाइट को दिए इंटरव्यू में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच तुलना सहित कई सवालों के जवाब दिया। अरुंधति रॉय ने बीबीसी एंकर द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा मोदी सरकार में जो चीजें घटित हो रही हैं वो डराने वाली हैं।
बीबीसी के मुताबिक अरुंधति ने कहा, ”अगर भारत में आज के हालात देखें तो मुस्लिम समुदाय को अलग-थलग किया जा रहा है। सड़कों पर लोगों को घेर कर मार दिया जा रहा है। आप देख सकते हैं कि मुसलमानों को आर्थिक गतिविधियों से अलग किया जा रहा है। इससे पहले ये अपनी जीविका के लिए इन आर्थिक गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल होते थे। आपको पता है कि मांस के कारोबार, चमड़े के काम और हथकरघा उद्योग सब पर हमले किए गए हैं।”
भारत में ताजा हालात के बारे में जिक्र करते हुए उन्होंने आगे कहा, ”भारत में हिंसा की वारदातें डराने वाली हैं। कश्मीर में एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार हुआ। रेप पहले भी हुए हैं, लेकिन हजारों लोगों ने बलात्कार के अभियुक्त के समर्थन में रैली निकाली। यहां तक कि महिलाएं भी इसमें शामिल थीं। ऐसा करके बलात्कार की जांच को प्रभावित करने की कोशिश की गई। लामबंदी भयानक तरीके से की जा रही है।”
'Is Modi worse than Trump?' Arundhati Roy's response on BBC's flagship show leaves anchor flabbergasted, video is breaking internetVia: BBC
Posted by Rifat Jawaid on Tuesday, June 5, 2018
क्या ट्रंप से भी बुरे हैं मोदी?
इस इंटरव्यू के दौरान बीबीसी एंकर ने अरुंधति रॉय से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना करते हुए सवाल पूछा। एंकर ने पूछा क्या आप (अरुंधति रॉय) ये कहना चाहती हैं कि मोदी ट्रंप से भी बुरे हैं या दूसरे राष्ट्रवादी नेताओं से भी खराब हैं? इस सवाल के जवाब में अरुंधति रॉय ने एक तरह से पीएम मोदी को ट्रंप से भी खराब बताया है।
अरुंधति ने इस सवाल के जवाब में कहा, ”देखिए, दोनों (मोदी-ट्रंप) में फर्क है। ट्रंप अनियंत्रित हैं, लेकिन अमेरिका के सभी इंस्टिट्यूशन उनसे सहमत नहीं हैं और वहां गुस्सा है। मीडिया नाराज है, न्यायपालिका सहमत नहीं है, आर्मी भी समर्थन नहीं कर रही है और वहां के लोग ट्रंप को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, ”दूसरी तरफ भारत में सभी प्रमुख इंस्टिट्यूशन को धता बताया जा रहा है। स्कूल की टेक्स्टबुक के कवर पर हिटलर को दुनिया के महान नेताओं के साथ रखा जा रहा है। इस पर न्यूयॉर्क टाइम्स ने स्टोरी भी की। सुप्रीम कोर्ट के चार जजों को मीडिया के सामने आना पड़ा। ऐसा भारत में कभी नहीं हुआ। इन जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। जजों ने अदालती कार्यवाही की निष्पक्षता पर सवाल उठाया।”
बता दें कि अरुंधति रॉय की नई किताब ‘द मिनिस्ट्री ऑफ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ ने पिछले साल के मैन बुकर पुरस्कार की सूची में जगह बनाई थी। अपने पहले उपन्यास ‘गॉड ऑफ द स्मॉल थिंग्स’ के बाद 19 साल के लंबे अंतराल पर गल्प पर आधारित लेखिका की यह नई किताब सामने आई है। अरुंधति रॉय की ‘गॉड ऑफ द स्मॉल थिंग्स’ को वर्ष 1997 में बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।