भारत की अवनि लेखरा ने सोमवार को टोक्यो पैरालंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के आर-2 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। टोक्यो पैरालंपिक में भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है। पुरुषों की एफ-56 डिस्कस थ्रो स्पर्धा में भारत के योगेश कथुनिया ने रजत पदक जीता। जबकि पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में देवेंद्र झाझरिया रजत पदक जीतने में सफल रहे। वहीं, सुंदर सिंह गुर्जर ने कांस्य पदक पर कब्जा किया। बीता पांचवां दिन भारत के लिए शानदार रहा और तीन भारतीय एथलीट पदक जीतने में सफल हुए।
टोक्यो पैरालिंपिक में सोमवार को दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा है। भारत ने आज अभी तक इन खेलों में 4 मेडल अपने नाम कर लिए। सबसे पहले 10 मीटर एयर राइफल SH1 में भारत की झोली में गोल्ड मेडल डाला। इसके बाद स्टार भाला फेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर मेडल सुंदर सिंह गुर्जर ने एक ही स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया।
इसके अलावा चक्का फेंक (डिस्कस थ्रो) के एथलीट योगेश कथूनिया ने भी दूसरा स्थान हासिल किया। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने इन खेलों में सर्वाधिक मेडल जीतने के अपने पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
टोक्यो पैरालंपिक में डिस्कस थ्रो में सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी योगेश कठुनिया की मां मीना देवी ने कहा- सिल्वर मेडल ही मेरे लिए गोल्ड मेडल है। देश के लिए गोल्ड मेडल लाना बड़ी बात है। तीन साल तक वह व्हीलचेयर में रहा।मेहनत के लिए वह कभी पीछे नहीं हटता है