भारत ने रविवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की उस टिप्पणी को ‘‘गैरजिम्मेदाराना और निरर्थक’’ बताते हुए खारिज कर दिया कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच फिर से पाकिस्तान पर हमला करने की योजना बना रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने तीखे शब्दों में कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री की टिप्पणी का मकसद क्षेत्र में युद्ध उन्माद को बढ़ावा देना है।
कुमार ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के विदेश मंत्री द्वारा क्षेत्र में युद्ध उन्माद को बढ़ावा देने के साफ मकसद वाले गैरजिम्मेदाराना और निरर्थक बयान को भारत खारिज करता है। यह हथकंडा पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों को भारत में आतंकी हमला करने के लिए आह्वान है।’’
India rejects the irresponsible and preposterous statement by the Foreign Minister of #Pakistan intended to whip up war hysteria in the region. This public gimmick appears to be a call to Pakistan-based terrorists to undertake a terror attack in India. https://t.co/Mvlurlt6e7 pic.twitter.com/WiKqN12XBf
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) April 7, 2019
इससे पूर्व कुरैशी ने कहा था कि देश के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी’’ है कि भारत 16 से 20 अप्रैल के बीच पाकिस्तान पर एक और हमले की योजना बना रहा है। अपने गृह नगर मुल्तान में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कुरैशी ने कहा कि सरकार के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत एक नई योजना बना रहा है।’’
कश्मीर के पुलवामा जिले में 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। उस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। बढ़ते आक्रोश के बीच, भारतीय वायुसेना ने आतंकवाद-रोधी अभियान के तहत 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया था।
अपने गृह नगर मुल्तान में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कुरैशी ने कहा कि सरकार के पास ‘‘विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत एक नयी योजना बना रहा है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि एक नए हादसे का ताना-बाना रचा जा सकता है और इसका मकसद पाकिस्तान के खिलाफ अपनी (भारत की) कार्रवाई को सही ठहराना तथा इस्लामाबाद के खिलाफ राजनयिक दबाव बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि तैयारियां की जा रही हैं, और पाकिस्तान के खिलाफ एक और हमले के आसार हैं।
कुरैशी ने कहा, ‘‘अगर ऐसा होता है तो आप क्षेत्र की शांति और स्थिरता पर होने वाले प्रभाव के बारे में कल्पना कर सकते हैं। हमारी जानकारी के अनुसार, 16 से 20 अप्रैल के बीच कार्रवाई हो सकती है।’’ विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों को पहले ही जानकारी दे दी है और इस्लामाबाद की आशंकाओं से उन्हें अवगत करा दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इस गैरजिम्मेदाराना व्यवहार पर गौर करे और यह रास्ता अपनाने के लिए उन्हें (भारत) फटकार लगाए। हालांकि विपक्ष ने कुरैशी की टिप्पणी को गंभीरता से नहीं लिया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए भारत से युद्ध के खतरे का इस्तेमाल कर रही है।