महाराष्ट्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। यूजर्स का दावा है कि बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने एक रैली को संबोधित करते हुए कथित तौर पर कहा कि अगर बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में दोबारा सत्ता में आई तो हम भारत के संविधान को बदल देंगे।

सोशल मीडिया पर मुंडे का यह कथित वीडियो जमकर शेयर किया जा रहा है। बीजेपी नेता के इस वीडियो को शेयर करते हुए एक मीडिया संस्थान न्यूज्ड नाम के वेरीफाई ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर लिखा है, “अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई तो हम संविधान बदलेंगे: पंकजा मुंडे”
If BJP comes to power again, we will change constitution : Pankaja Munde pic.twitter.com/FPeDVaNVvz
— Newsd (@GetNewsd) April 15, 2019
द हिंदू अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को बीड जिले में बीजेपी उम्मीदवार और बहन प्रीतम मुंडे के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पंकजा मुंडे ने कहा कि लोकसभा में हमें जिस तरह का काम करना है उसकी कल्पना करो। महामानव डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने संविधान लिखा था। हमें संविधान को बदलना होगा। नए बिल पेश करने की जरूरत है। नए नियमों को शामिल किए जाने की जरूरत है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा, “”भाजपाईयों को बाबा साहेब का संविधान हज़म नही होता, मोदी “ये अखिलेश माया का अंतिम चुनाव है” अमित शाह “19 के बाद 2050 तक चुनाव नही होगा” साक्षी महाराज “2019 के बाद चुनाव होगा ही नही” पंकजा मुंडे “2019 जीते तो संविधान बदल देंगे” भाजपा की मंशा पर अब भी कोई शक? #Save_Constitution””
देखिए, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
भाजपाईयों को बाबा साहेब का संविधान हज़म नही होता, मोदी "ये अखिलेश माया का अंतिम चुनाव है" अमित शाह "19 के बाद 2050 तक चुनाव नही होगा" साक्षी महाराज "2019 के बाद चुनाव होगा ही नही" पंकजा मुंडे "2019 जीते तो संविधान बदल देंगे" भाजपा की मंशा पर अब भी कोई शक? #Save_Constitution https://t.co/P7xpU14rEa
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) April 16, 2019
Breaking –
वरिष्ठ भाजपा नेता पंकजा मुंडे का बड़ा बयान। "चुनाव जीते तो बदल देंगे संविधान"
तो क्या मोदी के जीतने पर ये देश का आखरी चुनाव होगा ? pic.twitter.com/Um5gtk4KEn— Berozgaar Abhay Dubey – अभय दुबे (@DubeyAbhayRofl) April 16, 2019
@PankajaMundeBJP पंकजा के पिता गोपीनाथ मुंडे जी तो ऐसे नहीं थे। उनकी संविधान और बाबासाहेब में आस्था थी। पिछड़ों के लिए उनके मन में दर्द था। पंकजा मोदी जैसी न बनें, अपने पिता जैसी बनें।
— Ashok Das (@editorashokdas) April 16, 2019
अगर हमारी सरकार आई तो हम संविधान बदल देंगे : पंकजा मुंडे
तो इसका मतलब विपक्ष सही कह रहा है संविधान बचाओ देश बचाओ— Raju Bhai Patel (@0359R) April 16, 2019
अगर बीजेपी सत्ता मे आती है तो हम संविधान बदल देंगे – पंकजा गोपीनाथ मुंडे ( भाजपा )
दोस्तो पता है ना आप सबको नही पता है कहाँ पता है ….. https://t.co/11EqY3Nryv
— The Dalit Voice (@ambedkariteIND) April 16, 2019
Hume pta hai islye to vote nahi dena aaaplogo ko, hume hmara Constitution bahut pyara hai kyunki aap jaise sadak chaap neta to aate jaate rahenge
— zubin zarrin, (@zarrin_zubin) April 16, 2019
अगर बीजेपी फिर सत्ता में आ गई तो हम संविधान बदल देंगे ~ पंकजा मुंडे
This is what @ArvindKejriwal is saying from day one https://t.co/HL8VOeEK5V
— Sanjay Raghav ?? (@raghavsanjay) April 16, 2019
संविधान के दुश्मनों को, एक धक्का और दो। #जयभीम #बाबासाहेबअमररहें #संविधानजिन्दाबाद #AbHogaNYAY https://t.co/NobWkB1eV1
— Mayur Shekhar Jha (@mayur_jha) April 15, 2019
दरअसल बीजेपी की मौजूदा सांसद प्रीतम मुंडे और राकांपा के बजरंग सोनावने भले ही बीड लोकसभा सीट पर आमने-सामने हों लेकिन जमीन पर यह मुकाबला जिले की गार्जियन मंत्री पंकजा मुंडे और उनके चचेरे भाई और वरिष्ठ राकांपा नेता धनंजय मुंडे के बीच है। धनंजय महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता हैं और पंकजा ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री हैं। मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप भी हैं।
प्रीतम और पंकजा राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं। 2014 में इस सीट से गोपीनाथ मुंडे ने 1.36 लाख वोट से चुनाव जीता था। उनके खिलाफ मैदान में राकांपा के नेता सुरेश दास थे। लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद तीन जून, 2014 को मुंडे का निधन एक कार दुर्घटना में हो गया।
इसके बाद हुए उपचुनाव में प्रीतम मुंडे 6.96 लाख मत से चुनाव जीतकर लोकसभा सदस्य बनीं। लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह सबसे बड़े अंतर की जीत थी। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार अशोकराव पाटिल को हराया था। कड़े मुकाबले के बावजूद राकांपा को विश्वास है कि 23 मई को आने वाले परिणाम में उनके उम्मीदवार विपक्षी पार्टी के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं।