भारत में जारी ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। कई अन्य महिलाएं अपने अनुभवों को सार्वजनिक तौर पर शेयर कर रही हैं। अभिनेत्री तनुश्री दत्ता द्वारा मशहूर अभिनेता नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाए जाने के बाद अब अलग-अलग इंडस्ट्री की बाकी हस्तियों ने भी अपने साथ हुए यौन दुर्व्यवहार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी है।
नाना पाटेकर के बाद जहां डायरेक्टर विकास बहल, मशहूर सिंगर कैलाश खेर, प्रसिद्ध लेखक चेतन भगत, अभिनेता रजत कपूर, मॉडल जुल्फी सैयद, फिल्मों और टीवी जगत के ‘संस्कारी बाबू’ यानी अभिनेता आलोक नाथ सहित ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ (एचटी) के ब्यूरो प्रमुख और राजनीतिक संपादक प्रशांत झा, रघु दीक्षित, कमेंटेटर सुहेल सेठ और महिला कॉमिक स्टार अदिति मित्तल भी ‘मी टू’ की चपेट में आए हैं, जिनपर यौन उत्पीड़न, बदसलूकी, गलत तरीके से छूने जैसे आरोप लगे।
फिल्म इंडस्ट्री से ‘मी टू’ अभियान (यौन उत्पीड़न के खिलाफ अभियान) की शुरुआत होने के बाद इसकी चपेट में मीडिया जगत भी आ गया है और इसकी लपटें मोदी सरकार के एक मंत्री को अपने लपेटे में ले रही हैं। अपने समय के मशहूर संपादक व वर्तमान में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर पर 6 वरिष्ठ महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला पत्रकारों ने पूर्व संपादक और विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न और अनुचित व्यवहार के आरोप लगाए हैं।
आलोक नाथ पर एक और महिला ने लगाया आरोप
सज्जन पुरुष के तौर पर पहचाने वाले बॉलीवुड के बाबू जी उर्फ आलोक नाथ जो पहले से ही यौन शोषण के आरोपों में घिरे हैं उन पर एक और महिला ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। पहले लेखिका और निर्माता विंता नंदा ने उन पर रेप के आरोप लगाए। फिर टीवी अभिनेत्री संध्या मृदुल ने बदसलूकी के गंभीर आरोप लगाए और अब फिल्म ‘हम साथ साथ हैं’ की क्रू मेंबर ने अपने साथ दुर्व्यवहार की जानकारी दी है।
मिड-डे की रिपोर्ट के मुताबिक, एक महिला ने अपनी पहचान गुप्त रखते हुए आलोक नाथ पर बदसलूकी के आरोप लगाए हैं। 1999 में प्रदर्शित फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ में टीम की सदस्य रही महिला ने आरोप लगाए हैं कि फिल्म की शूटिंग के अंतिम दिनों में जब वह आलोक नाथ के कॉस्ट्यूम लेकर उनके पास गई। जैसे ही उन्हें कपड़े दिए, वे मेरे सामने ही अपने कपड़े उतारने लगे। ये घटना 1998 की बताई गई है और उन्होंने इसका पूरा बयोरा दिया है।
मिड डे की खबर के मुताबिक महिला ने बताया कि ये घटना ‘हम साथ साथ हैं’ के आखिरी शेड्यूल की है। हम एक रात के सीन के लिए शूटिंग कर रहे थे। उन्हें कॉस्ट्यूम चेंज करना था। मैंने आलोक को चेंज करने के लिए हाथ में कॉस्ट्यूम दिए तो वो मेरे सामने ही कपड़े उतारने लगे। मैं हैरान रह गई और मैं जल्द से जल्द उस कमरे से बाहर निकल जाना चाहती थी। मैंने बाहर भागने की कोशिश की तो उसने मेरा हाथ पकड़ा लिया और जोर-जबरदस्ती करने लगा. मैंने उसका हाथ झटका और कमरे से बाहर निकल गई।
उन्होंने कहा कि मैं पूरी घटना फिल्म के निर्माता-निर्देशक सूरज बड़जात्या को बताना चाहती थी लेकिन मैं बहुत डर गई थी और नहीं बता सकी। मैं सदमे में थी। आलोक के खिलाफ कुछ करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई। उन्होंने कहा कि आलोक सूरज बड़जात्या के बहुत करीब था। मुझे यकीन था कि वो बुरा मान जाएंगे। ये महिला अब फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी नहीं हैं और वे अपने परिवार को सदमा नहीं देना चाहती इसलिए उन्होंने अपना पहचान को गुप्त रखा है।
संध्या मृदुल ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप
सज्जन पुरुष के तौर पर पहचाने वाले बॉलीवुड के बाबू जी उर्फ आलोक नाथ जो पहले से ही यौन शोषण के आरोपों में घिरे हैं उनपर बुधवार (10 अक्टूबर) को अदाकार संध्या मृदुल ने भी यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। नाथ ने टेलीफिल्म में मृदुल के पिता का किरदार निभाया था। इसमें दिवंगत रीमा लागू उनकी मां बनी थीं। इसकी शूटिंग कोडैकनाल में हुई थी।
मृदुल ने लिखा है कि एक दिन जब शूटिंग जल्दी समाप्त हो गई और टीम रात को खाना खाने गयी तो सीनियर कलाकार ने बहुत ज्यादा शराब पी ली और वहां से चीजें बिगड़ गयीं। अदाकारा ने लिखा, ‘‘उन्होंने जोर दिया कि मैं उनके साथ बैठूं लेकिन मैं बहुत असहज हो गयी। मेरे साथी कलाकारों ने समझा कि क्या हो रहा है और उन्होंने वहां से मुझे निकाला।’’
उन्होंने यह भी बताया कि होटल लौटने के कुछ समय बाद नाथ नशे की हालत में कमरे तक पहुंच गये। मृदुल ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की लेकिन नाथ ने धक्का दिया और मेरी तरफ आने लगे। उन्होंने चिल्लाना शुरू कर दिया कि मैं तुम्हें चाहता हूं, तुम मेरी हो।
विंता नंदा पहले ही लगा चुकी हैं गंभीर आरोप
संध्या मृदुल से पहले 1990 के दशक के मशहूर शो ‘तारा’ की लेखिका व निमार्ता विंता नंदा ने अभिनेता आलोक नाथ पर करीब दो दशक पहले उनके साथ रेप करने का आरोप लगाया है। आलोक नाथ पर्दे पर अपनी ‘संस्कारी’ छवि के लिए जाने जाते हैं। नंदा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘मैंने इस क्षण के आने का 19 साल से इंतजार किया।’ नंदा ने कहा कि वह फिल्म और टीवी उद्योग में सबसे ‘संस्कारी’ व्यक्ति माने जाते थे। नंदा पोस्ट में ‘संस्कारी’, ‘मुख्य अभिनेता’ और ‘उस दशक का स्टार’ जैसे शब्दों का जिक्र किया जाना साफ तौर पर आलोक नाथ की ओर इशारा कर रहा था। बाद में उन्होंने एसएमएस के जरिए न्यूज एजेंसी आईएएनएस से इस बात की पुष्टि की और कहा, ‘यह आलोकनाथ है। मुझे लगा कि ‘संस्कारी’ कहना काफी होगा।’
नंदा ने लिखा, ‘वह एक शराबी, लापरवाह और बुरा शख्स था लेकिन वह उस दशक का टेलीविजन स्टार भी था, इसलिए न केवल उसे उसके बुरे व्यवहार के लिए माफ कर दिया जाता था बल्कि कई लोग उसे और भी ज्यादा बुरा बनने के लिए उकसाते थे। उन्होंने कहा कि उसने शो की मुख्य अभिनेत्री को भी परेशान किया, जो उसमें बिल्कुल दिलचस्पी नहीं दिखाती थी। अपने साथ हुए सबसे बुरी घटना का जिक्र करते हुए नंदा ने कहा कि एक बार वह आलोक नाथ के घर पर हुई पार्टी में शामिल हुई और वहां से देर रात दो बजे के करीब घर जाने के लिए निकलीं। उनके ड्रिंक में कुछ मिला दिया गया था।
नंदा ने कहा, ‘मैं घर जाने के लिए खाली सड़क पर पैदल ही चलने लगी। रास्ते में उस शख्स ने गाड़ी रोकी, जो खुद चला रहा था और कहा कि मैं उनकी गाड़ी में बैठ जाऊं, मुझे घर छोड़ देगा। मैं उस पर विश्वास करके गाड़ी में बैठ गई।’नंदा ने कहा, ‘इसके बाद मुझे बेहोशी सी छाने के चलते हल्का-हल्का याद है। मुझे याद है कि मेरे मुंह में और ज्यादा शराब डाली गई और मेरे साथ काफी हिंसा की गई। अगले दिन जब दोपहर को मैं उठी, तो मैं काफी दर्द में थी। मेरे साथ सिर्फ दुष्कर्म ही नहीं किया गया था बल्कि मुझे मेरे घर ले जाकर मेरे साथ नृशंस व्यवहार किया गया था।’
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने बिस्तर से उठ नहीं सकी। मैंनै अपने कुछ दोस्तों को इस बारे में बताया लेकिन सभी ने मुझे इस घटना को भूलकर आगे बढ़ने की सलाह दी।’बाद में उन्हें एक नई सीरीज के लिए लिखने और निदेर्शन करने का मौका मिला और फिर उनका सामना आलोक नाथ से हो गया। वह उन्हें फिर परेशान करने लगे जिसके चलते नंदा ने निमार्ताओं से कहा कि वह निदेर्शन नहीं कर पाएंगी, हालांकि उन्होंने शो के लिए लिखना जारी रखा।
नंदा ने बताया कि नई सीरीज पर काम करने के दौरान फिर अभिनेता ने उन्हें अपने घर बुलाया और वह फिर से वो सब झेलने के लिए उनके पास चली गई क्योंकि उन्हें काम और पैसे की जरूरत थी। नंदा ने इस तरह के वाकये का शिकार हुए लोगों से सामने आकर अपनी बात रखने की अपील की है।