महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर उनके ही एक वरिष्ठ नेता ने अजीबोगरीब घोटाले का आरोप लगाया है। दरअसल, बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने अपनी ही सरकार पर चूहा मारने में धांधली का गंभीर आरोप लगाते हुए मंत्रालय (राज्य सचिवालय) में चूहों को मारने के लिए दिए गए एक ठेके पर जांच की मांग की है। महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एक तरह से अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए मंत्रालय में चूहा घोटाले का आरोप लगाया है। इससे फडणवीस सरकार नई मुसीबत में फंस सकते हैं।समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, एकनाथ खडसे ने गरुवार (22 मार्च) को विधानसभा में सवाल किया कि यहां 3,19,400 चूहों को मारने के लिए जिस कंपनी को ठेका दिया गया था, उसने 7 दिनों में यह काम कैसे पूरा कर लिया? उन्होंने बजट मांगों पर चर्चा के दौरान कहा कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने शहर में 6 लाख चूहों को मारने के लिए दो साल का समय लिया था।
उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच जरूरी है। खडसे ने दावा किया कि एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि मंत्रालय में 3,19,400 चूहे हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने एक कार्य आदेश जारी किया। कंपनी को 6 महीने का समय दिया गया। खडसे ने कहा कि कंपनी ने महज 7 दिनों में इस काम को अंजाम देने का दावा किया है। उन्होंने कहा, इसका मतलब है कि एक दिन में 45,628.57 चूहे मारे गए। मतलब कंपनी ने हर मिनट 31.68 चूहे मारे। उनमें 0.57 अवश्य ही नवजात रहे होंगे।
खडसे के इस बयान पर सदन में ठहाके गूंज उठे। हालांकि खडसे यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि, ‘जो चूहे मारे गए हैं, उनका वजन करीब 9,125.71 किग्रा रहा होगा और मरे हुए चूहों को मंत्रालय से ले जाने के लिए रोजाना एक ट्रक की जरूरत पड़ी होगी। लेकिन यह नहीं पता कि उन्हें कहां फेंका गया।’ पूर्व राजस्व मंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि सरकार एक कंपनी को यह काम सौंपने की बजाए इस काम के लिए 10 बिल्लियों को लगा सकती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्रालय के परिसर में कंपनी द्वारा रखे गए जहर को खाकर धर्मा पाटिल नाम के एक किसान ने फरवरी में आत्महत्या कर ली थी।
बता दें कि पाटिल ने भूमि अधिग्रहण को लेकर मुआवजा दिए जाने में अन्याय होने का आरोप लगाते हुए मंत्रालय में जहर खा लिया था और कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई थी। खडसे ने कहा कि इस बारे में कोई सूचना नहीं है कि क्या कंपनी को जहर का इस्तेमाल करने की इजाजत थी, या नहीं। उन्होंने जांच की मांग करते हुए कहा कि यह बहुत आश्चर्यजनक है कि इस कंपनी ने महज 7 दिनों में तीन लाख से अधिक चूहों को मार दिया। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच की जानी चाहिए।