सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दो साध्वियों से बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राष्ट्रद्रोह और हिंसा भड़काने की आरोपी हनीप्रीत इंसां को बुधवार(4 अक्टूबर) को कड़ी सुरक्षा के बीच पंचकूला कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने हनीप्रीत को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। बता दें कि गुरमीत राम रहीम को साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद हनीप्रीत पर पंचकूला में हिंसा फैलाने का आरोप है।
पुलिस ने हनीप्रीत को 14 दिन की रिमांड पर दिए जाने की मांग की, लेकिन पंचकूला कोर्ट द्वारा छह दिन की ही रिमांड मिली। सुनवाई के दौरान हनीप्रीत कोर्ट में हाथ जोड़कर रोती रही। अब उसे 6 दिन बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा। दरअसल, हनीप्रीत पर आरोप है कि 25 अगस्त को रेप के मामले में राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद पंचकूला में जो हिंसा भड़की थी, उसको भड़काने के पीछे उसका हाथ था।
बता दें कि पंचकूला हिंसा के बाद पिछले 38 दिन से फरार चल रहीं राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत को मंगलवार(3 अक्टूबर) को हरियाणा पुलिस ने चंडीगढ़ से सटे जीरकपुर से गिरफ्तार कर लिया। हनीप्रीत को जीरकपुर-पटियाला मार्ग पर स्थित एक रेस्टोरेंट के बाहर खड़ी इनोवा कार से सहेली समेत गिरफ्तार किया गया।
25 अगस्त को राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद से ही हनीप्रीत फरार थी। पंचकूला पुलिस की एसआईटी पिछले एक माह से हनीप्रीत की तलाश में बिहार, राजस्थान, नेपाल समेत कई जगह की खाक छान चुकी है।
राम रहीम को बताया निर्दोष
गिरफ्तारी के एक दिन पहले एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में हनीप्रीत इंसां ने कहा है कि पंचकूला में हिंसा भड़काने के आरोपों को लेकर वह आहत हैं। हनीप्रीत ने कहा कि उसके पापा निर्दोष हैं और 25 अगस्त को बलात्कार के दो मामलों में उन्हें दोषी ठहराए जाने के कारण वह अवसाद में चली गई। हनीप्रीत ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप सही नहीं है।
एक अज्ञात स्थान पर एक कार में बैठी हनीप्रीत ने कहा कि (पंचकूला में 25 अगस्त को हुई हिंसा के दौरान) क्या मैं आगजनी करने वालों के साथ मौजूद थी। वे इस तरह के आरोप कैसे लगा सकते हैं। हनीप्रीत की छवि एक खलनायिका, एक षड्यंत्रकारी के रूप में पेश किए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, वे कैसे मुङो आरोपी बना सकते हैं। मैं अपने पापा (राम रहीम) के साथ थी और एक बेटी के रूप में (25 अगस्त को) अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रही थी।
उसने कहा कि हर बेटी अपने पिता के साथ रहती है, मैं उनके साथ थी। लोगों को उकसाने के लिए क्या आपने मुङो एक शब्द कहते हुए सुना। मैं इस उम्मीद में वहां (पंचकूला में सीबीआई की अदालत) गई थी कि मेरे पिता शाम को लौट जाएंगे। लेकिन जब उन्हें सजा सुनाई गयी, तो मैं अवसाद में आ गई। मैं किसी और चीज के बारे में कैसे सोच सकती थी, मैं पूरी तरह टूट चुकी थी।
हनीप्रीत ने कहा कि मेरी स्थिति क्या रही होगी उसे समझने का प्रयास करिए। वह महिला जो अपने पिता (राम रहीम) के साथ राष्ट्रभक्ति फिल्म बनाती है, वह महिला जिसमें उसके पिता ने राष्ट्रभक्ति की भावना जाग्रत की और पिता जेल चले जाते हैं, इसकी मैं कल्पना भी नहीं कर सकती थी। उस महिला पर देशद्रोह का आरोप लगाया जाता है, इससे मैं पूरी तरह टूट चुकी हूं। जब मैंने अपने जीवन में एक चींटी भी नहीं मारी है तब ऐसे गंभीर आरोप सुनकर मुझ पर क्या गुजरी होगी।
उसने कहा कि मैं तो यह भी नहीं जानती कि कानूनी प्रक्रियाओं का क्या मतलब है। मेरे लिए जब पापा चले गए (जेल) तब मेरी दुनिया तबाह हो गई। मैं मानसिक रूप से टूट गई हूं। बता दें कि राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हुई हिंसा की घटनाओं में कम से कम 41 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। हिंसा की इन घटनाओं के सिलसिले में वांछित 43 लोगों की, हरियाणा पुलिस की सूची में हनीप्रीत का नाम सबसे ऊपर है।
20 साल की सजा काट रहा राम रहीम
बता दें कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह दो शिष्याओं के रेप के मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है। विशेष सीबीआई अदालत ने 28 अगस्त को उसे रेप के दोनों मामलों में 10-10 साल की यानी 20 साल की सजा सुनाई थी। जेल में उसका कैदी नंबर 1997 है। राम रहीम को 25 अगस्त को रेप के मामले में दोषी करार दिया गया था। जिसके बाद काफी हिंसा भड़क गई थी, जिसमें डेरा समर्थको की तरफ से की गई हिंसा में करीब 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।