‘धर्म संसद में खुलेआम भारत के मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान करने वाले हिंदुत्व के आतंकवादी ही अब FIR कराने पुलिस के पास पहुंचे। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारी से उनका समर्थन करने के लिए भी कहा, जिसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में पुलिस अधिकारी ‘भगवा आतंकियों’ के साथ ठहाके लगाते हुए भी नजर आ रहे है। बता दें कि, उत्तराखंड पुलिस ने अभी तक एक भी हिंदुत्ववादी आतंकवादी को गिरफ्तार नहीं किया है, जिन्होंने हरिद्वार में मुसलमानों के नरसंहार का आह्वान किया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हरिद्वार में आयोजित ‘धर्म संसद’ कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने वालों में से पांच लोग मौलवियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कल हरिद्वार पुलिस स्टेशन गए थे। उन्होंने मौलवियों पर हिंदुओं के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया था। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबक, हालांकि पुलिस ने कहा है कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
वायरल वीडियो में, पुलिस प्राथमिकी में नामजद लोगों सहित सभी हिंदुत्व के आतंकवादी अपनी शिकायत की एक प्रति एक पुलिस वाले को प्रस्तुत करते हुए देखे जा सकते हैं। अन्नपूर्णा, जिन्होंने भारत में 20 लाख मुसलमानों को मारने की अपील की थी, वह पुलिस वाले से कह रही है कि, “आपकी ओर से एक संदेश भेजा जाना चाहिए कि आप (पुलिस) पक्षपाती नहीं हैं। आप एक संवैधानिक अधिकारी हैं और आप सभी के लिए समान हैं। हम आपसे यही उम्मीद करते हैं और आप पर हमेशा कृपा बनी रहे।”
वहीं, हिंदुत्ववादी आतंकवादी यति नरसिंहानंद ने कहा, “उन्हें निक्षपक्ष रहने के लिए क्यों कहे। वह हम में से एक है। यह स्पष्ट है कि वह हमारी तरफ होगा।” जिसके बाद पुलिस अधिकारी समेत सभी लोग हंसी के ठहाके लगाने लग जाते है।
यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसके बाद पुलिस अधिकारी सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए। वरिष्ठ पत्रकार और फिल्म मेकर विनोद कापड़ी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “इस वीडियो के अंत में जो एक शर्मनाक ठहाका है , वो लोकतंत्र और क़ानून के साथ घिनौना मज़ाक़ है खुलेआम नरसंहार की अपील करने वाले भगवा आतंकी ही अब FIR कराने पुलिस के पास पहुँचे हैं और मान कर चल रहे हैं कि पुलिस उनके साथ ही है और फिर जो शर्मनाक ठहाका आता है..”
इस वीडियो के अंत में जो एक शर्मनाक ठहाका है , वो लोकतंत्र और क़ानून के साथ घिनौना मज़ाक़ है
खुलेआम नरसंहार की अपील करने वाले भगवा आतंकी ही अब FIR कराने पुलिस के पास पहुँचे हैं और मान कर चल रहे हैं कि पुलिस उनके साथ ही है और फिर जो शर्मनाक ठहाका आता है.. उफ़
पूरा देखिए pic.twitter.com/EyuIyNlFXf
— Vinod Kapri (@vinodkapri) December 28, 2021
हरिद्वार में सभा में अपने धर्म के नाम पर आतंकवाद फैलाने के लिए कुख्यात कई हिंदू नेताओं ने भारतीय मुसलमानों को निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक बयान दिए थे। हिंदुत्व के इन आतंकवादियों ने भारतीय मुसलमानों को मारने के लिए हिंदुत्व को हथियार देने का आह्वान किया था। हिंदुत्व के आतंकवादियों द्वारा दिए गए विवादित भाषणों का वीडियो वायरल होने पर भी उत्तराखंड पुलिस ने अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने पहले कहा कि वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी के रूप में पहचाने जाने वाले एक व्यक्ति पर हरिद्वार बैठक से संबंधित मामले में मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, व्यापक निंदा का सामना करने के बाद, अशोक कुमार ने कहा कि दो और हिंदुत्व आतंकवादियों को आरोपी के रूप में शामिल किया गया था। जिसमें अन्नपूर्णा और पुजारी धर्मदास महाराज के नाम शामिल है।
वहीं, देश के 76 शीर्ष वकीलों ने हाल ही में भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को पत्र लिखकर हिंदुत्व आतंकवादियों द्वारा दिए गए नफरत भरे भाषणों का स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया गया है। CJI रमना को भेजे पत्र में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण, दुष्यंत दवे, सलमान खुर्शीद, वृंदा ग्रोवर और पटना उच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश अंजना प्रकाश सहित प्रसिद्ध वकीलों के हस्ताक्षर हैं।
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