हरियाणा: महिला IAS ने सीनियर अधिकारी पर लगाया यौन शोषण का सनसनीखेज आरोप, फेसबुक पोस्ट कर सुनाई व्यथा

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हरियाणा सरकार में तैनात 28 वर्षीय एक महिला आईएएस अधिकारी ने अपने वरिष्ठ अफसर पर यौन उत्पीड़न का सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला आईएएस ने रविवार को फेसबुक पोस्ट लिखकर अपने साथ हो रहे यौन शोषण का खुलासा किया है। महिला आईएएस ने ‘आधिकारिक फाइलों पर विपरीत टिप्पणी’ लिखने पर अपने वरिष्ठ अधिकारी पर उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। महिला ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए सीनियर अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उक्त अधिकारी और उनके कुछ साथियों द्वारा पिछले कई दिनों से उनका यौन शोषण किया जा रहा है।

महिला आईएएस ने इस पूरे मामले की शिकायत हरियाणा सरकार, केंद्र और भारत के राष्ट्रपति से भी की है, जिसके बाद से ही यह मामला पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। आरोप लगाने वाली आईएएस अधिकारी ने अपनी फेसबुक पोस्ट में पूरी आपबीती बयां की है। आईएएस का कहना है कि उनके एक वरिष्ठ अधिकारी ने उन्हें शाम 5 बजे अपने कमरे में बुलाया और फिर रात 8 बजे तक वहीं बैठाए रखा। इसके बाद 22 मई को भी उन्होंने महिला अधिकारी को अपने केबिन में बुलाकर कहा कि वह किसी भी फाइल की नोटिंग पर टिप्पणी ना किया करें।

इसके बाद 31 मई को एक बार फिर अधिकारी ने महिला आईएएस को अपने केबिन में बुलाकर कहा कि अगर वह फाइलों पर टिप्पणी करना बंद नहीं करेंगी तो उनकी एसीआर खराब भी की जा सकती है। महिला अधिकारी के मुताबिक इसके बाद 6 जून को भी अधिकारी ने उसको अपने केबिन में बुलाया और इसके बाद करीब ढाई घंटे तक उन्हें अपने केबिन में बैठाए रखा। इस दौरान अधिकारी ने आईएएस को अपने पास बुलाया और फिर कम्प्यूटर चलाना सिखाने की बात कही। इसके बाद महिला आईएएस असहज होकर अपनी कुर्सी पर बैठ गईं।

महिला अधिकारी का आरोप लगाते हुए कहती हैं, ‘‘मैं मेज की दूसरी तरफ उनके सामने बैठी थी। उन्होंने मुझसे कहा कि उनकी कुर्सी के नजदीक आऊं। जब मैं मेज की दूसरी तरफ पहुंची तो उन्होंने मुझे कंप्यूटर चलाना सिखाने का दिखावा किया। मैं अपनी कुर्सी पर वापस चली गई। कुछ देर बाद वह खड़े हुए और कोई कागज ढूंढते हुए मेरी कुर्सी के करीब आए और कुर्सी को धक्का दिया।” उन्होंने आगे लिखा है कि इस दौरान अधिकारी ने आईएएस अधिकारी के पास आकर उनकी कुर्सी पर हाथ मारा और फिर किसी को फोन पर धमकाने लगे।

इस पूरी घटना के बाद अधिकारी के कुछ सहयोगियों ने महिला आईएएस से कहा कि वह इन सब की शिकायत ना करें। हालांकि उच्च अधिकारियों की धमकी का महिला आईएएस पर कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने 10 जून को इस पूरी घटना की जानकारी अपनी फेसबुक आईडी के जरिए साझा की। अपने आरोपों पर बात करते हुए महिला आईएएस ने कहा, ‘मैं अपने आरोपो पर कायम हूं। विभाग में नियुक्ति के बाद से ही मुझे परेशान किया जा रहा था। मैंने जो आरोप लगाए हैं इसकी शिकायत संबंधित उच्च अधिकारियों को कर दी है और मैंने अपने आरोपो के साथ मैंने कुछ डॉक्युमेंट भी पोस्ट किए हैं।’

महिला अधिकारी ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं किस तरह का काम करना चाहती हूं, मैं विभागीय काम करना चाहती हूं या टाइम पास काम चाहती हूं और फिर उन्होंने मुझसे फाइलों पर विपरीत टिप्पणियां नहीं लिखने को कहा।’ जब वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से इस मामले में संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जब उनकी नियुक्ति उनके अध्यक्षता वाले महकमे में हुई तो उन्होंने महिला अधिकारी की हर तरह से मदद करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘महिला आईएएस को कभी भी ऑफिस में अकेले नहीं बुलाया गया है, वह जब भी मेरे ऑफिस में आती थीं तो यहां कोई ना कोई जरूर मौजूद होता था। इन सब के बावजूद अगर आरोप लगाने वाली महिला आईएएस को मानसिक तौर पर कोई परेशानी है तो वह अपना इलाज करवाएं।’

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