सतलुज-यमुना लिंक नहर का विवाद और अधिक गर्मा गया है। इसमें एक ओर जहां कांग्रेस के 42 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया तो दूसरी ओर सुरक्षा के लिहाज से एहतियातन हरियाणा से पंजाब जाने वाली बसें बंद कर दी गई हैं।
हरियाणा रोडवेज बसों को पंजाब नहीं भेजा गया। जींद से लगभग दर्जनभर बसें गुरुवार को पंजाब के लिए रवाना ही नहीं हुई। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पंजाब से भी कोई बस नहीं आई।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैसला सुनाने के मद्देनजर रोडवेज विभाग ने बुधवार देर रात से ही पंजाब में जाने वाली बसों के चक्कर रद्द करने का फैसला ले लिया था।
इसके कारण सुबह बस स्टैंड पर यात्री तो पहुंचे, लेकिन एक भी बस नहीं चलाई गई। बता दें, जींद बस स्टैंड से करीब एक दर्जन बसें पंजाब के पटियाला, लुधियाना, संगरूर, अमृतसर आदि शहरों तक जाती हैं।
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार रोडवेज डिपो जींद के जीएम आरएस पूनिया का कहना है कि सरकार के निर्देशानुसार आज पंजाब की ओर जाने वाली बसों को नहीं भेजा गया। क्योंकि एसवाईएल फैसले के बाद किसी भी प्रकार गड़बड़ी होने से रोडवेज को नुकसान हो। इन बसों को यात्रियों की सुविधा के लिए अन्य रूटों पर चलाया गया है। आगे जैसे आदेश मिलेंगे उसी प्रकार कार्रवाई की जाएगी।