गुजरात में पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल को भूख हड़ताल पर बैठे सोमवार(10 सितंबर) को 17 दिन हो गए। हार्दिक को एक निजी अस्पताल से रविवार को छुट्टी मिलने के बाद उन्हें पास ही स्थित उनके आवास पर ले जाया गया जहां उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखा है। बता दें कि वह अपने समुदाय के लिए आरक्षण और किसानों की कर्ज माफी की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हुए हैं।
रविवार(9 सितंबर) को उनके अनशन का 16वे दिन हार्दिक पटेल के घर के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। ख़बरों के मुताबिक, यहां पर मीडियाकर्मियों को हार्दिक के आवास की तरफ जाने वाली सड़क पर ही रोक दिया। इसी बीच हार्दिक ने ट्वीट कर कहा कि, ‘अहमदाबाद का DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा।’
हार्दिक पटेल ने रविवार(9 सितंबर) को ट्वीट करते हुए लिखा, “घर पहुँचते ही फिर से मेरे निवास स्थान के बाहर हज़ारों की तादाद में पुलिस को तैनात कर दिया और लोगों को रोकने लगी। अगर आपने अंग्रेज़ हुकूमत नहीं देखी तो आइए एक बार गुजरात, हमारे निवास स्थान पर आपको बाघा बॉर्डर का भी नज़ारा देखने को मिलेगा। सत्ता के नशे में जनता पर अमानवीय अत्याचार हैं।”
एक अन्य ट्वीट में हार्दिक पटेल ने लिखा, “अहमदाबाद का DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा,अब ज़िंदा रखने का और मारने का काम भी यमराज जी ने राठौड़ जैसे पुलिस अधिकारी को दे रखा है क्या?? उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी पर भी पुलिस ने बलप्रयोग किया और उनके केमेरे तोड़ने के प्रयास हुए।मीडिया के साथ जो हुआ वो ग़लत है।”
अहमदाबाद का DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा,अब ज़िंदा रखने का और मारने का काम भी यमराज जी ने राठौड़ जैसे पुलिस अधिकारी को दे रखा है क्या ?? उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी पर भी पुलिस ने बलप्रयोग किया और उनके केमेरे तोड़ने के प्रयास हुए।मीडिया के साथ जो हुआ वो ग़लत है
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 9, 2018
वहीं, हार्दिक पटेल ने कांग्रेस समेत विपक्ष का ‘भारत बंद’ पर ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत बंद जनता के कष्ट से बेखबर आत्ममुग्ध मोदी सरकार को जगाने के लिए हैं।”
बता दें कि पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल 25 अगस्त से पाटीदार (पटेल) समुदाय को नौकरी और शिक्षा में आरक्षण देने और गुजरात के किसानों का कर्ज माफ करने की मांग करते हुए शहर के बाहरी क्षेत्र स्थित अपने घर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
अपने भूख हड़ताल के नौवें दिन रविवार (2 सितंबर) को हार्दिक ने अपनी वसीयत जारी की। जारी की गई वसीयत में हार्दिक ने कहा कि वह चाहते हैं कि उनकी संपत्ति का बंटवारा माता-पिता (भरत पटेल और ऊषा पटेल) और एक गोशाला के बीच हो। पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के प्रवक्ता मनोज पनारा ने अहमदाबाद के पास हार्दिक पटेल के निवास पर संवाददाताओं से कहा कि पटेल ने अपनी मृत्यु के बाद अपनी आंखें दान करने की इच्छा व्यक्त की है।