गुजरात चुनाव का कार्यक्रम नहीं घोषित करने पर शरद यादव ने जताई चिंता, कहा- आयोग की विश्वसनीयता पर उठेंगे सवाल

0

जनता दल (यूनाइटेड) के बागी नेता शरद यादव ने शनिवार (21 अक्टूबर) को गुजरात विधानसभा चुनाव की तिथि की घोषणा करने में देरी करने के चुनाव आयोग के निर्णय पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह ‘अच्छी बात नहीं है।’ उन्होंने कहा कि इससे आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठेंगे।

न्यूज एजेंसी IANS के मुताबिक, पत्रकारों से बात करते हुए गुजरात चुनाव की तिथि की घोषणा करने में देरी किए जाने पर उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसी चीजें हो रही हैं। मुझे नहीं लगता कि यह सही है। यादव ने कहा कि लोग लंबे समय से चुनाव आयोग पर विश्वास करते आए हैं और इसकी विश्वसनीयता पर भरोसा करते हैं। गुजरात चुनाव की तिथि की घोषणा न करना अच्छी बात नहीं है।

उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे संविधान की प्रेरक शक्ति है और चुनाव आयोग को अपनी विश्वसनीयता बनाए रखनी चाहिए। यादव ने कहा कि पहले निर्वाचन आयोग के सदस्य प्रतिकूल परिस्थितियों में भी चुनाव पैनल की निष्पक्षता बनाए रखते थे और एक ईमानदार ‘रेफरल’ के रूप में कार्य करते थे। बता दें कि निर्वाचन आयोग के मुख्य आयुक्त अचल कुमार ज्‍योति हैं, जो नरेंद्र मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहते राज्य के मुख्य सचिव हुआ करते थे।

बता दें इससे पहले कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने भी चुनाव आयोग पर तंज कसते हुए कहा था कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी अंतिम चुनावी रैली में सारी सौगातें बांट लेने के बाद चुनाव की तारीख तय करने के लिए अधिकृत कर दिया है। उन्होंने कटाक्ष किया था कि गुजरात सरकार द्वारा सभी रियायतों और सौगातों की घोषणा करने के बाद चुनाव आयोग को उसकी लंबी छुट्टी से वापस बुला लिया जाएगा।

अमित शाह के बेटे के जरिए बीजेपी पर हमला

इस दौरान शरद यादव ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी का टर्नओवर एक साल में बेतहाशा बढ़ जाने का जिक्र करते हुए बीजेपी पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी का खुद के लिए अलग और विपक्षी पार्टियों के लिए अलग मानदंड रखती है।

उन्होंने जय शाह की कंपनी के टर्नओवर मुद्दे पर कहा कि जय शाह एक शाह-जादा हैं और हमें उनके बारे में कम बोलना चाहिए। लोग यहां शाह-जादाओं के शौकीन हैं। वे लोग विपक्ष के लिए अलग और अपने लिए अलग मानदंड रखते हैं और उसे वे खुद अपनी पार्टी पर लागू नहीं करते।

 

Previous articleसर सैयद अहमद जयंती समारोह में योगी के मंत्री को आमंत्रित करने पर भड़के AMU के छात्र, वीसी को दिया अल्टीमेटम
Next articleIt’s confirmed! WhatsApp to introduce group call, feature on number change