कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार (6 नवंबर) को कहा कि केंद्र में 2019 में उनकी पार्टी (कांग्रेस) की सरकार आने पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में व्यापक बदलाव किये जाएंगे, ताकि व्यापारियों, ग्राहकों और अन्य तबकों को राहत दी जा सके।
राहुल ने कांग्रेस शासित हिमाचल प्रदेश में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों पर पलटवार करते हुए दावा किया कि नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार इस पर्वतीय राज्य में भ्रष्टाचार का स्तर अन्य राज्यों से कम है। विकास के मानदंडों पर हिमाचल प्रदेश भाजपा शासित गुजरात से कहीं बेहतर है।
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चुनिंदा तरीके से बोलने का आरोप लगाते हुए पूछा कि बीजेपी ने जिन रोजगारों का वादा किया था, वे कहां हैं? कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि मोदी ने कभी व्यापम घोटाले की बात नहीं की। ललित मोदी घोटाले या अन्य किसी मामले की बात नहीं की जो बीजेपी शासित राज्यों में सामने आए हैं।
हिमाचल के पोंटा साहिब, चंबा और नगरोटा में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि ‘‘हम 2019 में सत्ता में आने पर जीएसटी में पूरी तरह बदलाव करेंगे, ताकि इससे प्रभावित हुई जनता की परेशानियां कम हों।’’ उन्होंने कहा कि 8 नवंबर को नोटबंदी को एक साल पूरा होने के मौके पर कांग्रेस के प्रस्तावित आंदोलन का उद्देश्य छोटे कारोबारियों, युवाओं, महिलाओं और किसानों की दुर्दशा को उजागर करना है जिन्हें सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
चीन के साथ तुलना करते हुए राहुल ने कहा कि वह हर 24 घंटे में 50 हजार लोगों को रोजगार देता है वहीं मोदी सरकार केवल 450 लोगों को रोजगार देती है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री की प्रमुख जिम्मेदारी बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार निर्माण होना चाहिए.’’ राहुल ने कहा कि यह नहीं किया जा रहा जो विश्वासघात है. नोटबंदी पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि इस प्रक्रिया में काला धन कहां मिला.