लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में सरकार सभी मृतक किसानों को 45-45 लाख रुपये देगी। वहीं, घायलों को 10-10 लाख रुपये मिलेंगे। इस मामले की न्यायिक जांच होगी, इसके अलावा परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी। हिंसा को लेकर घिरे अजय मिश्रा टेनी ने कहा कि अगर मेरा बेटा वहां होता तो उसकी भी जान चली जाती। टेनी ने योगी सरकार से मारे गए कार्यकर्ताओं के लिए 50-50 लाख का मुआवजे की मांग की है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, यूपी के ADG प्रशांत कुमार ने बताया कि, “कल लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देगी। घायलों को 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। किसानों की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज़ की जाएगी। हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को ज़िले का दौरा नहीं करने दिया गया है। हालांकि, किसान संघों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है।”
Leaders of political parties have not been allowed to visit the district because Section 144 of CrPC is in place. However, members of farmer unions are allowed to come here: ADG (Law & Order) Prashant Kumar in Lakhimpur Kheri https://t.co/drsWrZlvhD
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा, “भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ हमलावरों ने हमारे कार्यकर्ताओं से यह कहने को कहा कि मैंने उनसे किसानों को कुचलने के लिए कहा था। मेरे बेटे पर लगाए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। अगर वह वहां होता तो उसकी हत्या कर दी जाती।”
मंत्री ने आगे कहा, “मैं मांग करता हूं कि कल मारे गए प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के परिवारों को 50-50 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए। मामले की या तो सीबीआई, एसआईटी या किसी मौजूदा/सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, “हमारे कार्यकर्ता मरे हैं, हमने तहरीर दे दी है। हम हर जगह पूछताछ के लिए तैयार हैं, हमें कानून पर विश्वास है।”
I demand that Rs 50 lakhs be given to the families of each BJP worker who were killed yesterday. The matter should be investigated either by CBI, SIT or by a sitting/retired judge and strict action be taken against the culprits: Union Minister Ajay Mishra Teni in Lakhimpur Kheri https://t.co/aSSy3PAvpT
— ANI UP (@ANINewsUP) October 4, 2021
गौरतलब है कि, लखीमपुर खीरी जिले के आसपास भारी पुलिस तैनाती और बैरिकेडिंग से जनजीवन ठप हो गया है, क्योंकि स्थानीय लोगों सहित अन्य लोगों को उस इलाके में जाने की इजाजत नहीं दी जा रही है जहां रविवार को हुई हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई थी। लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई घटना को लेकर राज्य की सियासत भी गरमा गई है। विपक्षी दल सरकार की घेराबंदी करने के लिए वहां जाने को बेताब दिख रहे है, प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी से उन्हें रोकने की रणनीति बना रखी है।