गूगल ने उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अपने सोशल नेटवर्क गूगल+ (गूगल प्लस) को बंद करने की सोमवार को घोषणा की। गूगल ने कहा है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद करने से पहले उसने उस बग को ठीक कर लिया था, जिसकी वजह से करीब 5 लाख लोगों के अकाउंट में निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी।
अमेरिका की दिग्गज इंटरनेट कंपनी ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए ‘गूगल+’ का सूर्यास्त हो गया। यह सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनौती देने में विफल रही थी। बता दें कि पिछले दिनों फेसबुक को लेकर यह खबरें सामने आई थीं कि उसके 5 करोड़ उपभोक्ताओं का डेटा खतरे में है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल के एक प्रवक्ता ने ‘गूगल+’ को बंद करने की मुख्य वजह बताते हुए कहा कि गूगल+ को बनाने से लेकर प्रबंधन में काफी चुनौतियां थी जिसे ग्राहकों के आशा के अनुरूप तैयार किया गया था, लेकिन इसका कम इस्तेमाल किया जाता था। उन्होंने कहा कि यही इसके बंद होने की वजह है।
रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण 2015 से 2018 के बीच बाहरी डेवलपर्स ने गूगल प्लस प्रोफाइल के डेटा में सेंध लगाने की कोशिश की। गूगल के मुताबिक करीब 5 लाख लोगों के निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी। हालांकि, गूगल ने दावा किया है कि उस बग को ठीक कर लिया गया था।