जयपुर में आज समाप्त हुए तीन दिवसीय ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट 2016 में युवराज नाम का भैंसा आकर्षण का केन्द्र रहा।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र से आया करीब आठ वर्ष का युवराज अपने गठीले, चमकीले बदन और लंबाई-चौड़ाई के कारण सबका ध्यान अपनी ओर खींचने में सफल रहा। युवराज के मालिक ने बताया कि उसने भैंसे की कीमत नौ करोड़ रुपये तय की है।
भैंसे की देखभाल कर रहे एक कर्मचारी ने बताया कि करीब डेढ़ टन वजन के युवराज की रोज की खुराक बीस लीटर दूध और करीब चौदह पंद्रह किलोग्राम फल है। इतना ही नहीं ‘युवराज’ को प्रतिदिन चार से पांच किलोमीटर टहलाया भी जाता है, ताकि इसका स्वास्थ्य ठीक रहे।
कर्मवीर बताते हैं कि ‘युवराज’ पर प्रतिदिन करीब चार हजार रुपये खर्च होते हैं। उन्होंने बताया कि युवराज की उत्तम नस्ल, कद काठी और वंशवृद्वि के कारण इसकी बहुत मांग है।
कर्मवीर बताते हैं कि ‘मुर्राह नस्ल’ के इस भैंसे के वीर्य की मांग पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में है। इसकी प्रजनन क्षमता गजब की है।
भाषा की खबर के अनुसार, उन्होंने बताया कि युवराज के मालिक ने इसकी वंशवृद्वि की वजह से हर महीने लाखों रुपये की कमाई की है। कर्मवीर ने बताया कि आठ वर्षीय युवराज प्रति 10 दिनों के बाद 500 सीसी वीर्य देता है। वीर्य को बेचकर उन्हें प्रतिवर्ष 60 लाख रुपये की कमाई होती है।
प्रदेश, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित पशु प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीतने वाले युवराज की देखभाल में चार पांच लोग रहते हैं।