बिहार के बहुचर्चित मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक चौकाने वाला खुलासा किया है। सीबीआई द्वारा दायर 73 पन्नों की चार्जशीट में कहा गया कि मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर लड़कियों को अश्लील गानों पर डांस करने और अपने मेहमानों के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था।

सीबीआई ने मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और 20 अन्य आरोपी के खिलाफ विशेष पॉक्सो कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में सभी पर गंभीर अपराध का आरोप लगाया गया है। चार्जशीट के अनुसार, लड़कियों को गंदे भोजपुरी गानों पर डांस कराया जाता था, उन्हें नशे के इंजेक्शन और दवा देकर सुला दिया जाता था। इसके बाद उनके साथ गलत काम किया जाता था।
सीबीआई का कहना है कि लड़कियों का विरोध करने पर उन्हें पीटा जाता था और प्रताड़ित किया जाता था। चार्जशीट में बताया गया है कि मेहमानों का मनोरंजन करने से इनकार करने वाली लड़कियों को रात में केवल रोटी और नमक दिया जाता था, जबकि बात मान लेने वाली लड़कियों को अच्छा भोजन दिया जाता था।
सीबीआई के एसपी देवेंद्र सिंह की ओर से पिछले 19 दिसंबर को विशेष पॉक्सो कोर्ट में सभी 21 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। सभी को भादवि की धारा 323, 325, 341, 354, 376 सी व 34 एवं पॉक्सो एक्ट 2012 की धारा 04, 06,08, 10, 12 व 17 के तहत आरोपित किया गया है। आरोपों के समर्थन के लिए सीबीआई ने 102 गवाहों के साक्ष्य लिए हैं, इसमें बालिका गृह की पीड़ित 33 लड़कियां शामिल हैं।
ब्रजेश ठाकुर, इंदू कुमारी, मीनू देवी, मंजू देवी, चंदा देवी, नेहा कुमारी, हेमा मसीह, किरण कुमारी, रवि कुमार रोशन, विकास कुमार, दिलीप कुमार वर्मा, विजय कुमार तिवारी, गुड्डू कुमार पटेल उर्फ गुड्डू, कृष्ण कुमार राम उर्फ कृष्णा, रोजी रानी, रामानुज ठाकुर उर्फ मामू, रामाशंकर सिंह उर्फ मास्टर साहब उर्फ मास्टर जी, डॉ. अश्विनी उर्फ आसमनी, विक्की , साइस्ता परवीन उर्फ मधु व डॉ.प्रमीला के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है।
चार्जशीट के अनुसार, रवि कुमार रोशन बाल संरक्षण पदाधिकारी (सीपीओ) था। ब्रजेश के साथ-साथ उस पर भी अधिकतर लड़कियों ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। वह छोटे कपड़े में अश्लील गानों पर डांस करने के लिए लड़कियों को मजबूर करता था।
वहीं, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) का सदस्य विकास कुमार पर भी लड़कियों ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। वह अन्य आरोपितों के साथ मिलकर लड़कियों को नींद की गोलियां व नशीली दवा खिलाकर लड़कियों का बलात्कार किया करता था।
वहीं, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष दिलीप कुमार वर्मा की पहचान लड़कियों ने उसकी फोटो देख कर की। लड़कियों ने उनकी फोटो देखकर उन्हें सबसे गंदा आदमी बताया। वह लड़कियों के साथ दुष्कर्म करता था।