मैसुरु में छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, आरोपियों ने पीड़िता का वीडियो बनाकर मांगे पैसे; कर्नाटक के मंत्री ने कहा- ऐसी घटनाएं हर समय होती रही हैं

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कर्नाटक के मैसुरु में हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। इस बीच, इस घटना को लेकर और भी भयावह जानकारियां सामने आई हैं। मैसूर सामूहिक दुष्कर्म मामले पर गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र की चौंकाने वाली टिप्पणी के बाद अब श्रम मंत्री शिवराम हेब्बार ने इस गंभीर अपराध को लेकर विवादास्पद बयान दिया है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बदमाशों ने कॉलेज गर्ल के यौन उत्पीड़न का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल नहीं करने के लिए तीन लाख रुपये की मांग की। सामूहिक दुष्कर्म की यह घटना मंगलवार देर शाम की है। अपने पुरुष मित्र के साथ सुनसान जगह पर आई पीड़िता को नशे की हालत में छह बदमाशों के गिरोह ने निशाना बनाया था। उन्होंने उसके पुरुष मित्र पर एक छोटे से पत्थर से हमला किया था।

सूत्रों का कहना है कि बदमाशों ने बच्ची के कपड़े उतारे और करीब दो घंटे तक उसके साथ दुष्कर्म किया। चूंकि, जगह अलग-थलग है और लोगों को तेंदुओं की आवाजाही का डर है, इसलिए बदमाशों को यकीन था कि उनकी हरकत पर किसी का ध्यान नहीं जाएगा और कोई भी लड़की को बचाने के लिए नहीं आएगा। बदमाशों ने पीड़िता के दोस्त को बार-बार छोटे-छोटे बोल्डर से मारा था, थप्पड़ मारकर मारपीट की थी। दोनों ने गुहार लगाई कि वे घटना के बारे में किसी को नहीं बताएंगे। उसके बाद भी गिरोह ने अपना हमला जारी रखा और लगभग अचेत अवस्था में उन्हें सुनसान जगह पर छोड़ दिया।

किसी तरह पीड़िता और उसका दोस्त एक अस्पताल पहुंचे और अधिकारियों को बताया कि उन पर हमला किया गया है। उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि वीडियो के जारी होने के डर से वास्तव में क्या हुआ था। लेकिन बाद में पीड़िता के पुरुष मित्र ने पुलिस को दुष्कर्म के बारे में बताया। पुलिस ने इलाके से बीयर की खाली बोतलें और डिब्बे बरामद किए हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि वे टावर लोकेशन से कॉल ट्रैक करने पर काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें शक है कि बदमाश वहां ज्यादा समय बिता रहे हैं।

कर्नाटक के मंत्री शिवराम हेब्बार ने दिया विवादास्पद बयान

इस बीच, शिवराम हेब्बार ने गुरुवार को यहां कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की ऐसी घटनाएं हर समय होती रही हैं। ऐसी घटनाएं अन्य सरकारों के समय में भी हुई हैं। ये चीजें काफी समय से हो रही हैं। उन्होंने कहा, ऐसा नहीं है कि इस तरह की घटनाएं केवल हमारी पार्टी के सत्ता में आने के बाद ही हो रही हैं। महिलाओं को पहले भी निशाना बनाया जाता रहा है।

उन्होंने कहा कि अपराध करने वाले ऐसे दुष्ट व्यक्ति समाज में हमेशा रहते हैं। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाली घटना है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र को जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की पृष्ठभूमि में इस्तीफे की मांग सही नहीं है, उन्होंने कहा कि विपक्ष द्वारा इस्तीफे की मांग करना आम बात है। उन्होंने कहा, हमारी सरकार आरोपी व्यक्तियों पर कार्रवाई शुरू करेगी। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़िता को पूरी मदद दी जाएगी।

कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने क्या कहां था?

इससे पहले कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला था। उन्होंने कहा, दुष्कर्म की घटना एक दूरदराज के इलाके में हुई है। लेकिन, कांग्रेस यहां मेरा दुष्कर्म करना चाह रही है। उन्होंने पीड़िता पर देर शाम खुलेआम घूमने जाने पर भी सवाल उठा दिए थे। भाजपा नेता ने कहा, उसे वहां नहीं जाना चाहिए था। वह सुनसान जगह है। वह देर शाम वहां गई थी। पीड़ित महिला को देर शाम 7.30 बजे सुनसान जगह पर नहीं जाना चाहिए था। लेकिन, लोग किसी भी समय कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं।

उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि सामूहिक दुष्कर्म एक अमानवीय कृत्य है, लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है। वे मेरे इस्तीफे और सरकार के इस्तीफे की गलत तरीके से मांग कर रहे हैं, जो कि उचित नहीं है। मेरा मकसद कांग्रेस नेताओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। मैंने इसे मजाक में कहा था। सत्तारुढ़ सरकार के दोनों मंत्रियों के बयानों पर विपक्ष के साथ-साथ लोगों की भी तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग ने सामूहिक दुष्कर्म मामले में स्वत: संज्ञान लिया

इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने सामूहिक दुष्कर्म मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है। अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि आयोग गुरुवार को पीड़िता से मुलाकात करेगा। विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है। उन्होंने कहा कि लूट, हमले की घटनाएं बढ़ रही हैं।

पुलिस पीड़िता के दोस्त से जानकारी जुटा रही है, लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एडीजीपी प्रताप रेड्डी को नियुक्त किया है। सीसीटीवी नहीं होने के कारण पुलिस सुराग की तलाश कर रही है। लड़की और उसके दोस्त से मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार, दुष्कर्मियों ने कन्नड़ में बात की थी। इससे पता चलता है कि वे स्थानीय लोग हैं। पुलिस पीड़िता के विस्तृत बयान का इंतजार कर रही है और दी गई जानकारी के आधार पर बदमाशों का स्केच तैयार कर रही है। (इंपुट: IANS के साथ)

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