वैक्सीन की किल्लत को लेकर कई राज्य सरकारें और केंद्र सरकार के बीच जारी तकरार के बीच पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर देश में कोविड-19 रोधी दवाओं का उत्पादन बढ़ाने संबंधी कुछ कदमों का सुझाव दिया।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के अधिकारियों ने बताया कि गुलाम नबी आजाद ने अपने पत्र में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के मद्देनजर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा और मजबूत करने के लिए भी सुझाव दिए। इस पत्र की एक प्रति केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को भी भेजी गई है।
कांग्रेस के अधिकारियों ने बताया कि पूर्व राज्यसभा सदस्य ने देश में टीका लगाने वालों की संख्या बढ़ाने की भी सिफारिश की। साथ ही उन्होंने देश में महामारी से निपटने के लिए टीकों की और अधिक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भी सुझाव दिए। आजाद का राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल इस साल की शुरुआत में खत्म हुआ।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री को यह पत्र शनिवार सुबह लिखा गया। पीएम मोदी ने कोविड-19 के हालात और टीकाकरण अभियान पर शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। विभिन्न मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारी बैठक में शामिल हुए।
गौरतलब है कि, कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना के नए मामले बढ़ने के साथ अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की भी भारी कमी देखने को मिल रही है। कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए वैक्सीनेशन बेहद जरूरी हो गया है।
लेकिन कोरोना काल में वैक्सीन की बढ़ती मांग के बीच देश में वैक्सीन की कमी साफ तौर पर देखी जा रही है। वैक्सीन की किल्लत को लेकर कई राज्य सरकारें और केंद्र सरकार के बीच तकरार हो गई है।हर राज्य अपने लोगों को जल्दी वैक्सीन लगाने के लिए बड़ी मात्रा में टीके चाहता है लेकिन फिलहाल इसकी कमी है।