मध्य प्रदेश को बिजली आपूर्ति में सक्षम बनाने के लिए एक नई तरह की योजना बनाई जा रही है। राज्य के रीवा और सतना जिले की नगरपालिका तथा नगर पंचायतों से निकलने वाले कचरे से बिजली बनाने की एक कार्य-योजना बनाई गई है।
इस योजना के माध्यम से जहां एक तरफ कचरे से बिजली बनाई जाएगी, वहीं उसी के माध्यम से जैविक खाद भी बनाई जाएगी।
राज्य के ऊर्जा तथा जनसम्पर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने संयंत्र लगने वाले स्थल का निरीक्षण किया। संयंत्र की स्थापना के लिए सतना जिले के रामपुर बघेलान में 50 एकड़ अनुपयोगी बंजर जमीन का चयन किया गया।
शुक्ल ने कहा, “प्रदेश को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाने की कड़ी में यह संयंत्र उपयोगी होगा। संयंत्र के लिए चयनित भूमि में रीवा तथा सतना से कचरा लाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “संयंत्र से कचरे से बिजली उत्पादन के साथ ही जैविक खाद का निर्माण भी होगा और स्थानीय निकायों के स्वच्छता अभियान को भी सफलता मिलेगी।”
शुक्ल ने बताया कि कई स्थानों का कचरा बिजली उत्पादन के लिए संकलित कर क्लस्टर आधारित योजना के लिए फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनवाई जा रही है।