रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत परमाणु हथियारों से पहले वार नहीं करने के अपने सिद्धांत पर अडिग रहा है लेकिन भविष्य में क्या होता है यह हालात पर निर्भर करेगा। राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर आए सिंह ने पोकरण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। बता दें कि आज पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि है।
राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को ट्वीटर पर लिखा, “पोकरण वह इलाका है जिसने भारत को परमाणु शक्ति बनाने के लिए अटल जी के दृढ़ संकल्प को देखा और अभी तक ‘नो फर्स्ट यूज’ (पहले इस्तेमाल नहीं करने) के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है।’ उन्होंने आगे लिखा है, “भारत ने इस सिद्धांत का कड़ाई से पालन किया है। भविष्य में क्या होता है यह हालात पर निर्भर करता है।”
सिंह के अनुसार उन्होंने पोकरण में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा है, ‘भारत का एक जिम्मेदार परमाणु राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करना इस देश के प्रत्येक नागरिक के लिए राष्ट्रीय गौरव का विषय है। देश अटल जी की महानता का ऋणी रहेगा।’ इससे पहले सिंह ने जैसलमेर में पाचवीं अंतर्राष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता के समापन समारोह को संबोधित किया।
Pokhran is the area which witnessed Atal Ji’s firm resolve to make India a nuclear power and yet remain firmly committed to the doctrine of ‘No First Use’. India has strictly adhered to this doctrine. What happens in future depends on the circumstances.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 16, 2019
#WATCH: Defence Minister Rajnath Singh says in Pokhran, "Till today, our nuclear policy is 'No First Use'. What happens in the future depends on the circumstances." pic.twitter.com/fXKsesHA6A
— ANI (@ANI) August 16, 2019
गौरतलब है कि मई 1998 में पोखरण में दुनिया के कई देशों के विरोध के बावजूद भारत ने परमाणु परीक्षण किया था। उस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। शुक्रवार को राजनाथ सिंह इंटरनैशनल आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता के समापन समारोह में हिस्सा लेने के लिए जैसलमेर पहुंचे थे। समारोह के बाद रक्षामंत्री पोखरण गए, जहां उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी और परमाणु परीक्षण के उनके साहसिक फैसले को याद किया।