भारतीय वायु सेना के हल्के लड़ाकू विमान तेजस का ईंधन टैंक मंगलवार को उड़ान के दौरान तमिलनाडु के एक खेत में गिर गया। पीटीआई के मुताबिक, उड़ान भर रहे तेजस विमान का ईंधन टैंक तमिलनाडु में कोयंबटूर शहर के बाहर मंगलवार तड़के एक खेत में गिर गया। वायुसेना ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

चेन्नई में रक्षा सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि तेजस का ईंधन टैंक गिर गया। उन्होंने कहा, ‘‘सभी सुरक्षित हैं।’’ घटना के बाद विमान सुरक्षित वापस लैंड कर गया। इस हादसे के कारण की जांच की जा रही है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस हादसे की दो तस्वीरें भी जारी की हैं। इन तस्वीरों में फ्यूल टैंक जमीन पर दिखाई दे रहा है।
Tamil Nadu: Fuel tank of the LCA Tejas aircraft of the Indian Air Force fell down in farm land near Sulur air base during a flight today. pic.twitter.com/kPx8uqBzvi
— ANI (@ANI) July 2, 2019
पुलिस ने बताया कि इरुगुर गांव के खेत में जब 1200 लीटर का पेट्रोल टैंक आसमान से अचानक गिरा तो वहां काम कर रहे किसान भौचक्के रह गए। टैंक के गिरने से वहां तीन फुट गहरा गड्ढा हो गया और मामूली आग लग गई। उन्होंने बताया कि लड़ाकू विमान निकटवर्ती सुलुर वायुसेना स्टेशन में सुरक्षित उतर गया।
पुलिस ने बताया कि भारतीय वायुसेना और पुलिस के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। भारतीय वायु सेना ने तेजस का फ्यूल टैंक के गिरने के मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
IAF's Tejas jet drops fuel tank in farm land near Sulur Air Base during a sortie pic.twitter.com/zmlvaEI4iF
— editorji (@editorji) July 2, 2019
बता दें कि तेजस हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) हैं और किसी भी अग्रिम मोर्चे के फाइटर प्लेन की तरह इसकी भी उम्र कम से कम 30 वर्ष है। भारत में विकसित किए गए इस विमान को फरवरी में वायुसेना ने एक फाइटर जेट के तौर पर हरी झंडी दी थी। भारतीय वायुसेना ने तेजस को रिलीज टु सर्विस सर्टिफिकेट जारी किया था। इससे तेजस को डिफेंस रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) की तरफ से फाइनल ऑपरेशनल क्लियरेंस (एफओसी) की मंजूरी मिली थी।
तेजस को डीआरडीओ की ऐरोनॉटिकल डेवेलपमेंट एजेंसी ने डिजाइन किया है। वायुसेना ने साल 2017 में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से 83 तेजस विमान हासिल करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी किया था। विमान का आधिकारिक नाम तेजस मई 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था।