20 साल बाद एक बार फिर फ्रांस फुटबॉल का विश्व विजेता बना है। रविवार (15 जुलाई) को लुजनिकी स्टेडियम में खेले गए फाइनल में क्रोएशिया को 4-2 से करारी शिकस्त दी। मैच शुरू होते ही फ्रांस की टीम क्रोएशिया पर हावी रही। मैच के 18वें मिनट में फ्रांस को बढ़त तब मिली जब क्रोएशिया के खिलाड़ी ने आत्मघाती गोल कर दिया।
James Hill for The New York Timesहालांकि, 28वें मिनट में पेरिसिच ने क्रोएशिया टीम की वापसी कराई, लेकिन इसके बाद फ्रांस की टीम ने मुड़ कर नहीं देखा। एक के बाद एक गोल कर टीम ने पहली बार फाइनल में पहुंची क्रोएशियाई टीम के सपनों को चकनाचूर कर दिया।महत्वपूर्ण मौकों पर स्कोर करने की अपनी काबिलियत और किस्मत के दम पर फ्रांस ने रोमांचक फाइनल में दमदार मानी जा रही क्रोएशिया टीम को 4-2 से हराकर दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
फ्रांस ने 18वें मिनट में मारियो मैंडजुकिच के आत्मघाती गोल से बढ़त बनाई लेकिन इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में बराबरी का गोल दाग दिया। फ्रांस को हालांकि जल्द ही पेनल्टी मिली जिसे एंटोनी ग्रीजमैन ने 38वें मिनट में गोल में बदला जिससे फ्रांस हाफ टाइम तक 2-1 से आगे रहा।
पॉल पोग्बा ने 59वें मिनट में तीसरा गोल दागा जबकि किलियान एमबापे ने 65वें मिनट में फ्रांस की बढ़त 4-1 कर दी। जब लग रहा था कि अब क्रोएशिया के हाथ से मौका निकल चुका है तब मैंडजुकिच ने 69वें मिनट में गोल करके उसकी उम्मीद जगाई। फ्रांस ने इससे पहले 1998 में विश्व कप जीता था।