महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस और मुंबई के पुर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह इस समय कहां हैं, इसका किसी को पता नहीं चल पा रहा है। ऐसी खबरें सामने आईं हैं कि वह देश छोड़कर रूस भाग गए हैं। बता दें कि, पिछले साल अक्टूबर में उन्होंने टीआरपी घोटाले में कथित भूमिका के लिए अर्नब गोस्वामी के रिपब्लिक टीवी का नाम लिया था, जिसके बाद वह मीडिया की सुर्खियों में बने रहे थे। इस बीच, इस मामले में महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि उनकी सरकार सिंह की तलाश कर रही है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, परमबीर सिंह के रूस भाग जाने के सवाल पर दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि, “केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ-साथ हम भी उनके बारे में पता लगा रहे हैं। मैंने भी उनके देश छोड़ कर जाने की बात सुनी है। लेकिन एक सरकारी अधिकारी के तौर पर वह बिना सरकार से हरी झंडी मिले विदेश नहीं जा सकते हैं।”
महाराष्ट्र के गृहमंत्री ने कहा कि, “हमने परमबीर सिंह के खिलाफ लुकआउट सर्कूलर (LOC) जारी किया था, यदि वह देश छोड़कर चले गए हैं, तो यह ठीक नहीं है।”
बता दें कि, परमबीर सिंह के खिलाफ जबरन वसूली की कम से कम चार एफआईआर दर्ज की गई हैं। सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक असाधारण पत्र लिखकर राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख पर पुलिस अधिकारियों से होटल और बार मालिकों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। देशमुख ने इस आरोप से इनकार किया था और बाद में इस्तीफा दे दिया था।
देशमुख ने परम बीर सिंह के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के आरोप में मानहानि का मुकदमा दायर करने की धमकी दी थी। सिंह ने ठाकरे को लिखे अपने पत्र में देशमुख पर निलंबित सिपाही सचिन वाजे को रुपये वसूलने का निर्देश देने का आरोप लगाया था।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने सवाल उठाया है कि क्या मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह को देश छोड़कर भागने में केंद्र सरकार ने मदद की है? बता दें के, केंद्रीय जांच एजेंसियों ने परमबीर सिंह के भाग जाने का अंदेशा जताया है।