जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सोमवार (15 जनवरी) को नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की एक बडी साजिश को नाकाम करते हुए जैश-ए-मोहम्मद के 5 आतंकवादियों को मार गिराया। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पांच आतंकवादी मारे गए हैं। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में सेना को मिली यह बड़ी कामयाबी है।
पुलिस महानिदेशक एस पी वैद ने बताया कि उरी सेक्टर के दुलांजा इलाके में सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के एक संयुक्त अभियान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकवादी मारे गए है। डीजीपी ने कहा कि यह सभी आतंकी फिदायीन मिशन पर थे।
Correction 5 bodies recovered 6 th being searched . https://t.co/M1dmdEzGlu
— Shesh Paul Vaid (@spvaid) January 15, 2018
डॉ. वैद्य ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा लेकिन आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों के जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसमें पांच आतंकवादी मारे गये। उन्होंने कहा कि शुरुआती मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गये थे लेकिन बाद में एक और मारा गया।
बता दें कि इंडियन आर्मी सोमवार (15 जनवरी) को अपना 70वां सेना दिवस मना रही है। आर्मी के साथ पूरा देश भी इस मौके पर सेना के जज्बे को सलाम कर रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम हस्तियों ने भी सेना को बधाई दी है। इस मौके नई दिल्ली में परेड का आयोजन भी किया गया। सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने इस दौरान परेड की सलामी ली।
इस मौके पर सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सेना घुसपैठियों की मदद करती है। अगर हमें मजबूर किया गया तो हम और मजबूती से कार्रवाई करेंगे। बता दें कि सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन लेफ्टिनेंट जनरल के एम करियप्पा ने वर्ष 1949 में भारतीय सेना के कमांडर-इन-चीफ के तौर पर कार्यभार संभाला था।