ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के दिल्ली के अशोक रोड पर स्थित आधिकारिक आवास पर कुछ लोगों ने तोड़फोड़ की। वहीं, पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए हिंदू सेना के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया। ओवैसी ने इस घटना को लेकर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।
नई दिल्ली क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने कहा कि घटना में कथित संलिप्तता के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। यह घटना मंगलवार शाम को हुई। पुलिस के अनुसार उन्हें घटना की सूचना शाम करीब पांच बजे मिली और वह तुरंत मौके पर पहुंचे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ संसद मार्ग थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 427 और 188 तथा सार्वजनिक संपत्ति नुकसान रोकथाम अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में हिंदू सेना के सदस्यों के खिलाफ संसद मार्ग थाने में मामला दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में हिंदू सेना के प्रदेश अध्यक्ष ललित कुमार को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वे ओवैसी के आवास पर उन्हें सबक सिखाने गए थे क्योंकि वह अपनी रैलियों में हिंदुओं के खिलाफ बोलते हैं।
अपराह्न करीब चार बजे हिंदू सेना के सदस्यों ने ओवैसी के आवास में तोड़फोड़ की। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि वे हैदराबाद के सांसद के कथित “हिंदू विरोधी” बयानों से आहत हैं।
गुप्ता ने कहा कि एआईएमआईएम प्रमुख लगातार हिंदू विरोधी बयान देकर सुर्खियों में रहते हैं और उनके खिलाफ उत्तर प्रदेश में मामला दर्ज किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि हिंदू सेना ओवैसी से इस तरह के बयान न देने का अनुरोध करती है।
एक सांसद के घर पर हमला होता है दिल्ली में, @BJP4India हुकूमत देश को क्या पैग़ाम देना चाहती है? #radicalisation pic.twitter.com/CIOmGL2ylL
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 21, 2021
इस घटना के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, “आज कुछ उग्रवादी गुंडों ने मेरे दिल्ली के मकान पर तोड़-फोड़ की। इनकी बुज़दिली के चर्चे तो वैसे ही आम हैं। हमेशा की तरह, इनकी वीरता सिर्फ़ झुंड में ही दिखाई देती है। वक्त भी ऐसा चुना जब मैं घर पर नहीं था। गुंडों के हाथों में कुल्हाड़ियाँ और लकड़ियाँ थीं, घर पर पत्थर बाज़ी की गयी।”
उन्होंने दावा करते हुए अपने ट्वीट में आगे लिखा, “मेरा नेम प्लेट तोड़ा गया और 40-साल से हमारे साथ काम करने वाले राजू के साथ मार-पीट भी की गयी। साम्प्रदायिक नारे लगाए गए और मुझे क़त्ल करने की धमकी भी दी गयी। राजू के घर में रहने वाले छोटे से बच्चे घबराए हुए हैं। झुंड में कम-अज़-कम 13 लोग थे। 6 दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं।”
ओवैसी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “उम्मीद है की पुलिस करवाई करेगी। मेरे घर को ये तीसरी बार निशाना बनाया गया है। पिछली बार जब ऐसा हुआ था तब राजनाथ सिंह न सिर्फ़ गृह मंत्री थे बल्कि मेरे पड़ोसी भी थे। मेरे घर के बग़ल में ही निर्वाचन सदन है, और ठीक सामने पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना भी है।”
इसके साथ ही उन्होंने गृह मंत्री पर निशाना साधते हुए अपने ट्वीट में आगे लिखा, “प्रधानमंत्री का आवास भी मेरे घर से महज़ 8 मिनट की दूरी पर है। मैंने बार-बार पुलिस को बताया था कि मेरे मकान को निशाना बनाया जा रहा है। अगर एक सांसद का घर महफ़ूज़ नहीं तो बाक़ी शहरियों को अमित शाह क्या सन्देश देना चाहते हैं?”
असदुद्दीन ओवैसी ने अपने अंतिम ट्वीट में लिखा, “दुनिया को कट्टरता से लड़ने का पाठ पढ़ाने वाले @PMOIndia बताएं कि मेरे घर को निशाना बनाने वालों को किसने कट्टरपंथी बनाया? अगर इन कट्टरपंथियों को लगता है कि हम उनसे डर के चुप बैठ जाएँगे तो वो मजलिस को नहीं जानते।इंसाफ़ के लिए हमारी लड़ाई हमेशा जारी रहेगी इंशा’अल्लाह।”