भारत के 2011 विश्व कप में नायक रहे पूर्व भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने रविवार (14 फरवरी, 2021) को एफआईआर दर्ज की है। 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले युवराज सिंह के खिलाफ हिसार के हांसी थाना पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। वराज पर साल 2020 में दलित समाज को लेकर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप है।
वकील और दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर पुलिस ने करीब 8 महीने के बाद ये एफआईआर दर्ज की है। पिछले साल दलित समाज के लिए की गई अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी के मामले में युवराज सिंह के खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153, 153 A, 295, 505 के अलावा एससी/एसटी एक्ट की धारा 3 {1) (r) तथा 3(1)(s) के तहत एफआईआर दर्ज की है।
बता दें, बीते साल एक जून को सोशल मीडिया पर क्रिकेटर रोहित शर्मा और युवराज सिंह के आपस की बातचीत का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें युवराज सिंह ने अनुसूचित समाज पर एक अशोभनीय व अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस पर काफी हंगामा मचा था।
रजत कलसन का आरोप है कि लाइव चैट के दौरान युवराज सिंह ने भारतीय क्रिकेट के स्पिनर युजवेंद्र चहल के खिलाफ जातिसूचक शब्द इस्तेमाल किया था। चहल के खिलाफ जातिसूचक शब्द इस्तेमाल करने के बाद युवराज को सोशल मीडिया पर नाराजगी का सामना करना पड़ा था। इसके बाद युवराज सिंह ने ट्विटर पर माफी मांगी थी।
युवराज ने ट्वीट कर कहा था, ‘मैं ये बात साफ कर देना चाहता हूं कि मैं किसी भी तरीके के भेदभाव में विश्वास नहीं रखता हूं। चाहे वह भेदभाव जाति के आधार पर हो, रंग के आधार पर हो, लिंग के आधार पर या मजहब के आधार पर। मैं अपना जीवन लोगों की भलाई के लिए जीता आया हूं और आगे भी जीता रहूंगा। मैं हरएक इंसान के आत्मसम्मान की अहमियत समझता हूं और बिना किसी अपवाद के इस बात का सम्मान भी करता हूं।’