मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में पिछले सालों के दौरान हुईं नियुक्तियों और अन्य प्रशासनिक फैसलों से जुड़े मामले में की गई शिकायत पर आर्थिक अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पूर्व कुलपति ब्रजकिशोर कुठियाला सहित 20 लोगों के खिलाफ रविवार को एक मामला दर्ज कर लिया है।
पूर्व कुलपति कुठियाला पर मध्य प्रदेश के बाहर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबंधित संस्थानों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) सहित श्री श्री रविशंकर के आश्रम द्वारा किए आयोजनों में विश्वविद्यालय की राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है।
ईओडब्ल्यू सूत्रों ने रविवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया, “विश्वविद्यालय की शिकायत के परीक्षण के बाद ईओडब्ल्यू ने कुठियाला सहित 20 लोगों और अन्य को प्रथमदृष्ट्या दोषी पाते हुए धारा 409, 420, 120बी के तहत प्रकरण दर्ज किया है।”
सूत्रों के अनुसार, “विश्वविद्यालय की ओर से की गई शिकायतों में कहा गया था कि वर्ष 2010 से 2018 की अवधि में कठियाला ने कुलपति पद पर रहते हुए कई नियुक्तियां नियम विरुद्घ कीं। ये नियुक्तियां यूजीसी के मानकों का अवहेलना कर की गईं। इसके साथ ही कुठियाला ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध तरीके से विश्वविद्यालय की राशि का अपने और परिवार पर व्यय किया।”
ईओडब्ल्यू में की गई शिकायत में कहा गया था कि वर्ष 2003 से वर्ष 2018 के बीच जिन शिक्षकों की नियुक्तियां की गईं, वे यूजीसी के नियमों के विपरीत थीं और उनके जरिए अनुचित लाभ पहुंचाया गया। कुठियाला पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को, श्री श्री रविशंकर के आश्रम को, भारतीय शिक्षण मंडल आदि को कार्यक्रमों के लिए आर्थिक निधि जारी करने के आरोप हैं।
क्या है आरोप?
दैनिक अखबार नई दुनिया के मुताबिक, करीब 21 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का दुरुपयोग एफआईआर में बताया है। इसमें बताया गया है कि वर्ष 2010 से 2018 के बीच कुलपति रहे बृजकिशोर कुठियाला द्वारा विवि में नियम विरुद्ध नियुक्तियां की गईं। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय की राशि को प्रदेश के बाहर जाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजनों पर खर्च किया। ईओडब्ल्यू की एफआईआर में कुठियाला के खिलाफ विशेष व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से अनावश्यक शिक्षण केंद्र खोलने का आरोप भी है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस सरकार ने पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हुई नियुक्तियों व आर्थिक गड़बड़ियों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी। इसकी जांच रिपोर्ट में कई अनियमितताएं सामने आई थी। इसके अनुसार कुठियाला ने 2010 से 2018 के बीच एबीवीपी को 8 लाख रुपए, राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए 9.50 लाख रुपए, जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र द्वारा श्रीश्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्वत संगम के लिए 3 लाख रुपए, भारतीय वेब प्राइवेट लि. नागपुर को 46.607 रुपए का भुगतान किया था।