नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा एक अखबार के साक्षात्कार में ‘दो परिवारों’ पर हमला करने के बाद पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह और बढ़ गई है। पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी की पंजाब इकाई को प्रभावित करने वाली अंदरूनी कलह पर फैसला ले सकती हैं।
(Pardeep Pandit/HT File Photo)हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था, ‘कैसे? मैंने आपको बताया है कि सिस्टम ने ‘नहीं’ कहा है। अगर आप इन दोनों परिवारों के करीब हैं और वे जो चाहते हैं वह करें, तो सब कुछ हो जाता है।” यह पूछे जाने पर कि वह पंजाब की राजनीति के किन ‘दो परिवारों’ का जिक्र कर रहे हैं, इसपर सिद्धू ने कहा, ‘आप स्मार्ट हैं। आप यह जानते हैं। यह तो सभी जानते हैं।”
नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, इस वक्त पंजाब को सिर्फ दो परिवार चला रहे हैं। वह कहते हैं- अब मेरी बारी, अब तेरी बारी। इतना ही नहीं सिद्धू ने सीएम अमरिंदर के उस प्रस्ताव पर भी कटाक्ष किया, जिसमें विधायक के बेटे को सरकारी नौकरी देने की बात कही गई है। सिद्धू ने कहा, क्या किसी विधायक के बेटे को सरकारी नौकरी देना जनता के हित में है? अगर ऐसा है तो मैरिट वालों का क्या होगा।
सिद्धू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए रावत ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, पार्टी प्रासंगिक जानकारी प्राप्त करने के बाद उनके बयान का आकलन करेगी। जब मामला कांग्रेस अध्यक्ष के पास है, तो अखबारों के जरिए कुछ भी कहना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा, हम सुबह 11 बजे (आज) फिर मिलेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने कुछ बिंदुओं पर चर्चा करने में रुचि दिखाई है, कमेटी उन पर कैप्टन अमरिंदर सिंह से चर्चा करेगी।
Party will assess his statement after receiving relevant info. When the matter is before Congress president,it isn't good to say anything through newspapers: Congress leader Harish Rawat when asked on Navjot Singh Sidhu's 'two families taking advantage in Punjab' statement(21.06) pic.twitter.com/lV2FXHwkAw
— ANI (@ANI) June 22, 2021
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मंगलवार को दिल्ली में एआईसीसी की तीन सदस्यीय समिति से मिलेंगे, जिसका गठन राज्य इकाई में चल रही गुटबाजी को खत्म करने और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए किया गया है। कांग्रेस पार्टी की पंजाब इकाई अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले गंभीर अंदरूनी कलह से जूझ रही है और असंतुष्टों ने अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य कांग्रेस में बदलाव से पहले सोमवार को अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला और फतेहगढ़ साहिब के विधायक कुलजीत सिंह नागरा सहित पंजाब के कुछ नेताओं से मुलाकात की।
सूत्रों ने बताया कि अमरिंदर सिंह राष्ट्रीय राजधानी में हैं और राज्य कांग्रेस के पुनर्गठन सहित पंजाब कांग्रेस में लंबित मुद्दों को हल करने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में गठित एआईसीसी की समिति के साथ सुबह 11 बजे बैठक करेंगे। लंबित मुद्दों में पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का मुद्दा भी शामिल है, जो एक बार फिर मुख्यमंत्री के खिलाफ मुखर हो गए हैं।