ऑल इंडिया किसान महासभा का मार्च और आंदोलन सोमवार(12 मार्च) को खत्म हो गया है। यह मार्च सरकार द्वार अधिकतर मांगे माने जाने के बाद समाप्त हो गया।
file Photo: @mahacpimspeakमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार ने किसानों अधिकतर मांगें मान ली हैं और उन्हें लिखित पत्र दिया है। ख़बरों के मुताबिक, मुंबई से किसानों की वापसी के लिए रेलवे प्रशासन ने दो स्पेशल ट्रेन चलाई हैं। बता दें कि, 5 मार्च को महाराष्ट्र के नासिक से यात्रा की शुरुआत करने वाले इन किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया है।
जी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की, करीब तीन घंटे तक चली बैठक के बाद सरकार ने मांगों पर लिखित भरोसा देने की बात कही। विधान भवन के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, ‘कृषि उपयोग में लाई जाने वाली वन भूमि आदिवासियों और किसानों को सौंपने के लिए हम समिति बनाने पर सहमत हो गए हैं। बशर्ते वे 2005 से पहले जमीन पर कृषि करने के सबूत मुहैया कराएं, हमने उनकी लगभग सभी मांगें मान ली हैं।’
गौरतलब है कि, महाराष्ट्र के किसानों के आंदोलन को देखते हुए राज्य पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। वहीं किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए मुंबई में 12 मार्च को ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को यातायात व्यवस्था के लिए सभी प्रकार के इंतजामों को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया था। बता दें कि, 5 मार्च को महाराष्ट्र के नासिक से यात्रा की शुरुआत करने वाले इन किसानों ने प्रदर्शन शुरू किया है।
पूर्ण कर्जमाफी सहित अन्य मांगों को लेकर 30 हजार से अधिक किसान मुंबई में प्रवेश कर चुके हैं, कल यानी 12 मार्च को किसानों ने महाराष्ट्र की विधानसभा के घेराव का ऐलान किया है।http://www.jantakareporter.com/hindi/30000-farmers-reach-mumbai/176302/
Posted by जनता का रिपोर्टर on Sunday, 11 March 2018