राजस्थान के 45 वर्षीय एक किसान ने बुधवार (22 फरवरी) को दोपहर संसद भवन गेट नंबर 7 के बाहर जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। घटना के बाद पुलिस ने उसे दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। किसान की पहचान हनुमानगढ़ जिले के राम चंद्रा के रूप में हुई है।
मीडिया रिपोर्ट से मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्राथमिक उपचार के बाद उसने पुलिस को बताया कि वह कर्ज के बोझ से दबा हुआ है और पिछले तीन महीने से कर्ज नहीं चुका सका। वह दो दिन पहले यहां आया और कई जगहों को देखने के बाद उसने जहर खाने के लिए संसद भवन के बाहर के क्षेत्र को चुना।
अधिकारी ने बताया कि उसने शाम साढ़े पांच बजे संसद भवन के गेट नंबर सात के बाहर जहर खा लिया। गेट पर तैनात सुरक्षाबलों ने इस घटना को देखा और पीसीआर वैन को इसकी सूचना दी। पुलिस ने कहा कि चंद्रा ने बताया कि उसके गांव के एक व्यक्ति ने उससे कहा था कि अगर वह संसद भवन के बाहर मर जाता है तो बैंक उसका कर्ज माफ कर देगा।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा, ‘हम इस व्यक्ति के दावों की पुष्टि कर रहे हैं। आगे की जांच के लिए हम राजस्थान पुलिस से संपर्क करेंगे, चिकित्सकों ने बताया कि उसकी हालत खतरे से बाहर है’। आपको बता दें कि इससे पहले 22अप्रैल 2015 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान दौसा के किसान गजेंद्र सिंह ने पेड़ पर फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी।