हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में कथित गड़बड़ियों का मुद्दा ठंडा होने का नाम ही ले रहा है। इस क्रम में बुधवार(12 मार्च) कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि देश में असुरक्षा की भावना प्रबल हो रही है। सूत्रों के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन पहुंचने वालों में विपक्षी दल में कांग्रेस, बसपा, डीएमके, टीएमसी और वामदलों के नेता शामिल थे।
बता दें कि इससे पहले 16 विपक्षी दलों ने सोमवार(10 मार्च) को चुनाव आयोग से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी और पुराने तरीके (बैलेट पेपर) से ही मतदान कराने की मांग की थी। इसी मुद्दे को लेकर दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 13 अप्रैल को सुनवाई करेगा।
जबकि, चुनाव आयोग द्वारा गठित एक जांच के अनुसार मध्य प्रदेश में एक उपचुनाव के लिए डेमो कार्यक्रम में इस्तेमाल किए गए ईवीएम मशीनों और पेपर ट्रेल मशीनों में कोई छेड़छाड़ नहीं की गयी थी। दरअसल, मीडिया खबरों में दावा किया गया था कि डेमो कार्यक्रम में कोई भी बटन दबाने पर वोट भाजपा को ही मिल रहा थाा। इसके बाद एक जांच समिति को भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र में भेजा गया था।