नई दिल्ली। एआईएडीएमके नेता शशिकला नटराजन के करीबी ई पलानीसामी ने गुरुवार(16 फरवरी) को तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पलानीसामी के साथ ही 31 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने भी चेन्नई स्थित राजभवन में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल सी विद्यासागर राव ने उन्हें शपथ दिलवाई। उन्हें बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है।
इससे पहले राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया था। पलानीसामी ने अपने समर्थन में 124 विधायकों का पत्र राज्यपाल को सौंपा था। गौर हो कि तमिलनाडु के कार्यवाहक मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को 14 फरवरी को एआईएडीएमके ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया था। साथ ही एआईएडीएमके ने पलानीसामी को विधायक दल का नेता घोषित किया।
पलानीसामी का पूरा नाम इदापड्डी के. पलानिसामी है। वह सलेम जिले के इडापड्डी से चार बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 1989 में पहली बार चुनाव जीता था। शशिकला के करीबी माने जाने वाले पलानीसामी 2011 में पहली बार मंत्री बने और एक बार सांसद भी रह चुके हैं।
बता दें कि आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट से चार साल की सजा मिलने के बाद एआईएडीएमके महासचिव शशिकला ने बुधवार(15 फरवरी) को बेंगलुरु कोर्ट जाकर सरेंडर कर दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए ओ पनीरसेल्वम के साथ उलझीं अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला को सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार(14 फरवरी) को तगड़ा झटका दिया।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला को दोषी करार देते हुए चार साल की सजा सुनाई है। साथ ही 10 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है। बता दें कि राज्य की पूर्व सीएम जयललिता के निधन के बाद पन्नीरसेल्वम को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनाया गया था।
लेकिन पहले तो पन्नीरसेल्वम ने चुपचाप इस्तीफा दे दिया था और बताया गया कि खुद उन्होंने ही शशिकला के नाम का प्रस्ताव रखा था। हालांकि अगले ही दिन बात कहीं और ही पहुंच गई और पन्नीरसेल्वम ने यहां तक कह दिया कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था।