दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के दयाल सिंह सांध्य कॉलेज का नाम बदलकर ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ कर दिया गया है। कॉलेज का नाम बदले जाने पर अकाली दल की नेता व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने इस पर अपनी सख्त प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, जो इसका नाम बदलना चाहता है उस शख्स को अपना ही नाम बदल लेना चाहिए।
समाचार एजेंसी ANI की ख़बर के मुताबिक, हरसिमरत ने दयाल सिंह कॉलेज का नाम बदले जाने पर कहा कि यह बहुत ही हैरान करने वाला और अस्वीकार्य कदम है। वो शख्स जो इसका नाम बदलना चाहता है उसे अपना ही नाम बदल लेना चाहिए, वह अपनी सारी संपत्ति लगाकर जो भी बनाना चाहे बना सकता है और उसे जो नाम देना चाहे दे दे। आप कैसे किसी की विरासत को उससे छीन सकते हैं।
साथ ही हरसिमरत कौर ने कहा कि, यहां तक कि पाकिस्तान ने भी सरदार दीन दयाल सिंह मजीठिया के योगदान को सराहा है और उनके नाम पर ही कॉलेज चला रहे हैं।
Even in Pakistan, they've recognized contribution of Sardar Deen Dayal Singh Majithia & colleges are being run on his name: Harsimrat Kaur Badal on proposal of renaming Dyal Singh College to Vande Matram College
— ANI (@ANI) November 25, 2017
दरअसल, हरसिमरत कौर का ये बयान ऐसे समय में आया है जब 17 नंवबर को दयाल सिंह इवनिंग कॉलेज की गवर्निंग बॉडी (जीबी) ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए कॉलेज का नाम बदलने का फैसला लिया। प्रस्ताव में कॉलेज को नया नाम ‘वंदे मारतम महाविद्यालय’ दिया गया है।
बता दें कि इससे पहले कॉलेज का नाम ‘मदन मोहन मालवीय कॉलेज’ रखने पर विचार किया गया। इस पर गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन अमिताभ सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि बाद में कॉलेज का नाम मदन मोहन मालवीय की जगह ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ रखने पर सहमति बनी।