मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस की सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशंस हेड दिव्या स्पंदना (राम्या) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, स्पंदना अब कांग्रेस की सोशल मीडिया संयोजक के पद पर काम नहीं करेंगी। स्पंदना या फिर कांग्रेस पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर इस मामले में कोई घोषणा नहीं की गई है। वहीं, एक अखबार के मुताबिक, दिव्या ने इस्तीफे की खबरों को खारिज कर दिया है।
आपको बता दें कि बुधवार सुबह से ही सोशल मीडिया पर ये खबर तेजी से वायरल हो रही है कि दिव्या स्पंदना कांग्रेस सोशल मीडिया सेल से इस्तीफा दे दिया है और संभवत: उन्हें बीजेपी में शामिल होने का सुझाव मिल रहा है। दरअसल राम्या सोशल मीडिया पर काफी सक्रिया रहती हैं, लेकिन पिछले तीन दिन से उन्होंने एक भी ट्वीट नहीं किया है।
यहां तक कि उन्होंने अपने बायो से भी सोशल मीडिया इंचार्ज हटा दिया था। हालांकि इस्तीफे की खबर वायरल होने के बाद एक फिर उन्होंने अपने बायो को दोबारा अपडेट कर दिया है। दिव्य स्पंदना ने अपने ट्विटर परिचय में लिखा है, ‘’कलाकार, संसद की पूर्व सदस्य, वर्तमान में कांग्रेस के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल संचार को संभालने की जिम्मेदारी।’’
स्पंदना ने 29 सितंबर को आखिरी ट्वीट किया था। इसके बाद से उन्होंने खबर लिखे जाने तक कोई ट्वीट नहीं किया है। इसके पहले वह हर मौके पर ट्वीट करती रहती थीं। हालांकि, इस्तीफे की खबर वायरल होने के बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के एक ट्वीट को रिट्वीट किया है। जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट कर एक तरह से उन्होंने संकेत देने की कोशिश की है कि वह अभी भी अपने पद पर बनी हुई हैं।
इस्तीफे की खबरों को किया खारिज
इस बीच अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने अखबार के बातचीत में इस्तीफे की खबरों को सीधे-सीधे खारिज कर दिया है। अखबार के मुताबिक स्पंदना ने इस्तीफे की खबरों को खारिज करते हुए कहा है कि न तो उन्होंने इस्तीफा दिया है और न ही उन्हें हटाया गया है। वहीं, बीजेपी ज्वाइन करने के मिल रहे सुझाव पर दिव्या ने कहा कि मुर्ख लोग इस तरह की बात कर रहे हैं।
आपको बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कथित तौर पर आपत्तिजनक ट्वीट करने को लेकर स्पंदना के खिलाफ लखनऊ में देशद्रोह और आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। प्राथमिकी दर्ज कराने वाले अधिवक्ता सैय्यद रिजवान अहमद ने कहा था कि ‘दिव्या का ट्वीट अपमानजनक था। प्रधानमंत्री का पद हमारे देश की संप्रभुता और गणराज्य का द्योतक है। स्पंदना का ट्वीट हमारे देश का अपमान है। उन्होंने इस पद और देश की अवमानना की है।’