विनिवेश की कतार में लगी सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया ने अतिविशिष्ट व्यक्तियों को लाने-ले जाने के वास्ते लिये जाने वाले दो बोइंग विमानों में बदलाव के लिये 1,100 करोड़ रुपये के कर्ज की मांग की है। एक आधिकारिक दस्तावेज में यह जानकारी दी गई है।
न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक एयर इंडिया को ये विमान बोइंग 777-300 ईआर जनवरी 2018 में प्राप्त होने हैं। इन विमानों के आंतरिक साज-सज्जा में बदलाव पर आने वाली लागत 18 करोड़ डालर आंकी गई है। मौजूदा विनिमय दर पर यह लागत 1,160 करोड़ रुपये होगी।
इन दोनों विमानों का उपयोग राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्राओं में किया जाएगा। एक निविदा दस्तावेज में एयर इंडिया ने कहा है कि वह इन विमानों में किये जाने वाले सुधार कार्यों के लिये 18 करोड़ डालर का ब्रिज लोन लेना चाहेगी।
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Posted by Janta Ka Reporter on Sunday, December 10, 2017
गत सप्ताहांत जारी इस दस्तावेज में कहा गया है कि भारत सरकार ने यह संकेत दिया है कि वह दो बी777-300 ईआर विमान में होने वाले बदलावों पर आने वाली लागत के वित्त पोषण के लिये गारंटी दे सकती है, यह गारंटी 12 महीने अथवा उससे कम अवधि के लिये हो सकती है।
यह प्रस्तावित कर्ज जनवरी से अप्रैल 2018 के दौरान लिया जाएगा। इसमें 13.5 करोड़ डालर की पहली किस्त अगले महीने ले ली जाएगी, जबकि शेष राशि को फरवरी, मार्च और अप्रैल में प्रत्येक माह डेढ करोड़ डालर की राशि ली जाएगी।एयर इंडिया के अधिकारियों ने पिछले माह कहा था की जरूरी सुधार के बाद दोनों विमानों को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ले जाने वाले विमानों के बेड़े में शामिल किया जाएगा।