डेंगू से अभी मुक्त भी नहीं मिली थी कि अब स्वाइन फ्लू भी अब दिल्ली पर सवार हो गया है। राजधानी के सफदरगंज अस्पताल में स्वाइन फ्लू का इलाज करवा रहे 59 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गयी है। दिल्ली में स्वाइन फ्लू एन1एन1 वायरस से हुई मौत का यह पहला मामला माना जा रहा है।
अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डॉक्टर ए के राय ने बताया कि मृतक उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला है और मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, पर उसी दिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी।
इसके अलावा सफदरगंज अस्पताल में ही स्वाइन फ्लू का इलाज करवा रही एक महिला है जिनको फोर्टिस अस्पताल भेजा गया है।
वहीं छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के दो और व्यक्ति है जो दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में स्वाइन फ्लू का इलाज करा रहे हैं। डॉक्टर के मुताबिक इन दोनों मरीजों की हालत काफी चिंताजनक है और उन्हें वेंटीलेटर में रखा गया है।
इस बीच दिल्ली सरकार ने निर्णय किया है कि स्वाइन फ्लू को लेकर तैयार रहने के लिए उन्होंने अस्पतालों में बिस्तरों की संख्यां दोगुनी करवाएगी । विशेषज्ञों के अनुसार तापमान के गिराने के साथ ही ये बीमारी बढ़ेगी।
एक तरफ जहां दिल्ली में डेंगू से 21 लोगों की मौत हो चुकी है और अब स्वाइन फ्लू का खतरा भी बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश में भी स्वाइन फ्लू का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। मध्य प्रदेश में कुल 12 स्वाइन फ्लू पीड़ितों का इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वाइन फ्लू और डेंगू के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग को विशेष तौर पर सजग व सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एक अपील भी जारी करते हुए उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि वे खांसी, ज़ुकाम व बुख़ार आने पर तुरंत अस्पताल पहुंचकर जांच कराएं।