विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने अधिकारियों से जर्मनी की पद्म श्री पुरस्कार विजेता को वीजा देने से इंकार करने के मामले में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, दूसरी ओर सोशल मीडिया पर उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रहीं है जिन्होंने उन्हें वीजा विस्तार करने से इंकार कर दिया। जर्मनी की पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित फ्रेडरिक इरीना ब्रूनिंग का वीजा अगले महीने की 25 तारीख को समाप्त होने वाला है। इतना ही नहीं जर्मन नागरिक ने इस मुद्दे पर पुरस्कार लौटाने की चेतावनी दी है।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, फ्रेडिरक इरिना ब्रूनिंग (61) को गोरक्षा के लिए इस वर्ष पद्म श्री से नवाजा गया था। भारत में और अधिक समय तक रूकने के लिए उनके वीजा विस्तार के आवेदन को विदेश मंत्रालय द्वारा लौटाए जाने के बाद उन्होंने पुरस्कार लौटाने की धमकी दी थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट शेयर करते हए फ्रेडरिक इरीना के वीजा विस्तार ना होने पर रिपोर्ट मांगी है। सुषमा ने ट्विटर पर लिखा, ‘मेरे संज्ञान में इसे लाए जाने के लिए धन्यवाद। मैंने रिपोर्ट मांगी है।’
ब्रूनिंग ने कहा कि उनका वीजा 25 जून को समाप्त हो रहा है। ब्रूनिंग ने कथित तौर पर कहा है कि अगर उनका वीजा विस्तार नहीं हो सकता तो वह अपना पुरस्कार वापस कर देंगी। जर्मन महिला ने कहा कि उन्हें पद्म श्री लौटाकर बहुत दुख होगा लेकिन अगर वीजा आवेदन को खारिज किया जाता रहा तो उनके पास इसे लौटाने के अलावा और कोई चारा भी नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि जब गायों की सेवा ही छूट जाएगी तो मैं पद्मश्री सम्मान का क्या करूंगी।
वहीं, दूसरी ओर यह ख़बर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जिन्होंने उन्हें वीजा विस्तार करने से इंकार कर दिया।
Must be some babugiri prevailing in Visa office otherwise how a Govt which conferred Padma award on one side & deny visa extension on other side to"German Padma Shri"
— OMESH PAL RAMPAL (@chogawiaan) May 26, 2019
https://twitter.com/Kunal_Singh__/status/1132578141363462145?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1132578141363462145&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fdemand-grows-for-action-against-officials-after-german-national-working-on-cow-protection-denied-visa-extension%2F249180%2F
Dear @SushmaSwaraj , Ma’am, Not extending visa for someone to continue the work for which she received a national honour this year is a matter of irony. Am pretty sure this was unintentional and lost in transition. Hence request you to take note.https://t.co/Z1kCQE3RaX
— Ajeya Motaganahalli (@AJ_AJEYA) May 26, 2019
बता दें कि फ्रेडरिक इरिना ब्रूनिंग 25 साल पहले जर्मनी से ब्रज दर्शन के लिए भारत आई थीं। इरिना ने बताया कि ब्रज भ्रमण के दौरान उन्होंने सड़क किनारे एक बछड़े को तड़पते देखा। यह देख उन्हें काफी तकलीफ हुई। इस दृश्य ने उनके जीने का मकसद बदल दिया। उन्होंने बेसहारा व बीमार गोवंश की सेवा करने का संकल्प किया। उन्होंने कौन्हई गांव में गोशाला शुरू की। इसमें 1400 से अधिक गोवंश हैं। इनमें से करीब 800 गाय घायल एवं बीमार हैं। जिनका गोशाला में उपचार किया जा रहा है। बीमार और घायल गोवंश को लाने के लिए गोशाला की दो एंबुलेंस भी हैं। कृष्ण भक्त, जर्मन महिला फ्रेडरिक इरीना ब्रूनिंग को सरकार ने पद्म श्री से भी सम्मानित किया है।