दिल्ली पुलिस ने 29 वर्षीय एक ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है जिस पर पिछले पांच सालों में दिल्ली से करीब 500 लक्जरी कारों को चोरी करने का आरोप है।
Representational imageख़बरों के मुताबिक, सफरुद्दीन पर 1 लाख रुपये का इनाम भी था। माना जाता है कि आरोपी उत्तर दिल्ली के नंद नागरी क्षेत्र का निवासी है, जबकि उनके गिरोह के सदस्य हैदराबाद से हैं। उसका गैंग हैदराबाद से हवाईजहाज से दिल्ली आता था और वारदात को अंजाम देने के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए फिर हवाई जहाज से ही वापस हो जाता था।
समाचार एजेंसी आईएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के डिप्टी कमिश्नर राजेश देव ने कहा कि इंस्पेक्टर नीरज चौधरी और सब-इंस्पेक्टर कुलदीप ने 3 अगस्त को गगन सिनेमा के पास एक कार को रोका। कार चालक की पहचान सफरुद्दीन के रूप में हुई, मगर तभी वह वहां से भागने लगा। मगर करीब 50 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने प्रगति मैदान में उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में सफरुद्दीन ने बताया कि उन्होंने हर साल 100 लग्जरी कारों की चोरी का टारगेट बना रखा था। वह अपने सहयोगी मोहम्मद शरीक और अन्य गैंग के साथी के साथ हैदराबाद से दिल्ली हवाई जहाज से आता था। जिस कार की चोरी करनी है, उसके सॉफ्टवेयर, जीपीएस और लॉकिंग सिस्टम को तोड़ने के लिए वे अपने साथ लैपटॉप, हाई टेक गैजेट्स और टूल्स लाता था। कार की चोरी करने के बाद वे फिर फ्लाइट से ही हैदराबाद वापस लौट जाते थे।
बता दें कि दिल्ली पुलिस और सफरुद्दीन इससे पहले भी एक बार आमने-सामने आ चुके है। सफरुद्दीन और उसके चार साथियों ने 5 जून को विवेक विहार में पुलिस पर गोलियां भी चलाई थीं। उस एनकाउंटर में उसका सहयोगी नूर मोहम्मद मारा गया था और एक रवि कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया गया था। सफरुद्दीन और उसका गिरोह चोरी किये गये कारों को पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में बेचा करता था।