केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों ने गुरुवार को अंबाला के शंभू बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेड को नुकसान पहुंचाया। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स को फ्लाइओवर से नीचे फेंक दिए। शंभू बॉर्डर पर जमा किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले छोड़े। इन घटनाओं के वीडियो भी सामने आए हैं, जो अब खूब वायरल हो रहे हैं।
कृषि कानून के विरोध में पंजाब-हरियाणा के किसान दिल्ली कूच के लिए एक बार अंबाला के शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हो गए हैं। बॉर्डर सील हैं वहीं किसान भी डटे हुए हैं। पंजाब से हजारों ट्रैक्टर ट्रॉलियों में राशन, पानी, डीजल और दवाएं साथ लेकर किसान दिल्ली की तरफ कूच करने को तैयार हैं। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए अंबाला-कुरुक्षेत्र नैशनल हाइवे पर रोक लगाई तो किसानों ने गुस्से में आकर बैरिकेडिंग उठाकर फ्लाइओवर से नीचे फेंक दिए।
इससे पहले दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों के ऊपर वॉटर कैनन का इस्तेमाल करने के साथ ही पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े थे। बता दें कि, देश के करीब 500 अलग-अलग संगठनों ने मिलकर संयुक्त किसान मोर्चे का गठन किया है, जिसके नेतृत्व में किसानों ने 26 और 27 नवंबर को दिल्ली कूच कर रहे हैं।
#WATCH Police use tear gas shells to disperse farmers who are gathered at Shambhu border, near Ambala (Haryana) to proceed to Delhi to stage a demonstration against the farm laws pic.twitter.com/ER0w4HPg77
— ANI (@ANI) November 26, 2020
अंबाला के पास किसानों और पुलिस के बीच झड़प की खबरें भी सामने आई है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने ईंट-पत्थर भी चलाएं। बता दें कि, किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो की सेवाएं बाधित हुई हैं।
#WATCH | Protestors pelt stones at the Shambhu border (Punjab-Haryana border) pic.twitter.com/nRs0fyFd01
— ANI (@ANI) November 26, 2020
प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी है कि अइगर उन्हें राष्ट्रीय राजधानी जाने से रोका गया तो वो दिल्ली की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर देंगे। वहीं हरियाणा में प्रवेश करने से रोके गए किसान संगठनों के नेताओं ने घोषणा की है कि वे एक सप्ताह के लिए बठिंडा और सिरसा जिलों के बीच डबवाली बैरियर पर ‘धरना’ देंगे। वहीं, दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने के लिए कहा है क्योंकि उनके पास शहर में विरोध करने की अनुमति नहीं है।