भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के विशेष आयुक्त मुकेश मीणा का तबादला मिजोरम किया गया है। वह जून 2015 से नई दिल्ली रेंज के साथ ही एसीबी का कार्यभार भी संभाल रहे थे।
उनकी ACB में तैनाती को लेकर दिल्ली सरकार और तत्कालीन उपराज्यपाल के बीच मतभेद भी चला था। करीब तीन साल पहले इन्हें ACBका मुखिया बनाया गया था।
मीणा की जगह अभी एसीबी का मुखिया किसी को नहीं बनाया गया है। गृह मंत्रालय ने उपराज्यपाल अनिल बैजल से मीणा को एसीबी से जल्द कार्यमुक्त करने को कहा है।
जून 2015 में मुकेश मीणा को संयुक्त आयुक्त एसएस यादव की जगह एसीबी में लगाया गया था। पदोन्नति होने के बाद भी मुकेश मीणा को एसीबी से नहीं हटाया गया। कई मामलों में दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के साथ उनके टकराव की वजह मीडिया की प्रमुख खबर बनी रही।
‘आप’ नेता कुमार विश्वास ने आरोप लगाया था कि कोई संयोग नहीं है कि मीना दिल्ली के तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर के बाद एसीबी प्रमुख बने, सीएनजी घोटाले में नजीब जंग के नाम का आरोप लगाया जा रहा था।