प्रेमी को पैसे देने के लिए अपनी किडनी बेचने अस्पताल पहुंच गई लड़की, दिल्ली महिला आयोग ने बचाया

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किसी ने कहा है कि प्रेम में इंसान अंधा हो जाता है। इस बात को चरितार्थ करते हुए बिहार की एक महिला ने अपने प्रेमी की मांग पूरा करने के लिए अपनी किडनी बेचने दिल्ली तक आ गई। जी हां, यह कहानी कोई फिल्मी नहीं, बल्कि हकीकत है। बिहार की रहने वाली एक महिला अपने प्रेमी द्वारा शादी के लिए मांगे गए 1.8 लाख रुपये जुटाने के लिए किडनी बेचने राजधानी दिल्ली तक आ गई।जब वह दिल्ली के एक अस्पताल में पहुंची तो डॉक्टरों को शक हुआ था कि वह किडनी बेचनेवाले किसी गिरोह में शामिल है। जिसके बाद फौरन डॉक्टरों ने 181 महिला हेल्पलाइन नंबर पर पुलिस को सूचना देने के लिए फोन किया। खबर मिलते ही दिल्ली महिला आयोग की एक टीम ने अस्पताल पहुंचकर महिला से बातचीत की। इसके बाद जो जानकारी सामने आई वह हैरान कर देने वाली थी।

दरअसल, दिल्ली महिला आयोग के अनुसार, बिहार के लखीसराय जिले की 21 साल की पुष्पा (बदला हुआ नाम) की शादी कम उम्र में हो गई थी, लेकिन किसी कारण से पुष्पा का अपने पति से तलाक हो गया। इसके बाद वह अपने माता-पिता के साथ घर (बिहार) पर ही रहने लगी थी। इस दौरान वहां एक पड़ोसी के साथ उसकी दोस्ती हो गई थी, लेकिन महिला के माता-पिता इस शादी के खिलाफ थे।

जिसके बाद महिला अपना घर छोड़कर मुरादाबाद चली गई, जहां उसका प्रेमी काम करता था, ताकि वह वहां शादी कर सके। प्रेमी ने महिला से कहा कि वह तभी उससे शादी करेगा जब वह पैसे देगी। इसके बाद प्यार में अंधी महिला ने सरकारी अस्पताल में किडनी बेचने के लिए दिल्ली आने का फैसला किया।

दिल्ली महिला आयोग की एक सदस्य ने महिला की काउंसलिंग करते हुए प्रेमी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करने को कहा। महिला ने ऐसा करने से मना कर दिया और अपने माता-पिता के साथ बिहार चली गई। महिला आयोग ने महिला को प्रेमी के खिलाफ कानूनी सहायता मुहैया कराने के लिए मामला बिहार महिला आयोग के पास भेज दिया है।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि लड़की की नियमित काउंसलिंग के लिए बिहार महिला आयोग को पत्र लिखा गया है। मालीवाल ने उस डॉक्टर की भी तारीफ की, जिसने पुष्पा के बारे में दिल्ली महिला आयोग को सूचित किया। उन्होंने कहा की लड़कियों को अपना विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसे किसी के भी बेहकावे में नहीं आना चाहिए।

मालीवाल ने बताया कि महिला आयोग की टीम ने काउंसलिंग की और उसे समझाया। पुष्पा का कहना था कि यदि उस लड़के से उसकी शादी नहीं हुई तो वह सुसाइड कर लेगी। पुष्पा की कॉउंसलिंग के बाद उसे शेल्टर होम में रखवाया। इसके बाद आयोग की टीम ने पुलिस के माध्यम से पुष्पा के बारे में उसके माता पिता को सूचना दी। उसकी मां बिहार से दिल्ली आई और उसे वापस लेकर चली गई। पुष्पा ने अपने बॉयफ्रेंड के खिलाफ केस दर्ज करवाने से मना कर दिया।

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