देश की राजधानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में शुक्रवार (20 दिसंबर) को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने डीसीपी दफ्तर के बाहर खड़ी एक कार को आग के हवाले कर दिया गया था। इस दौरान कई गाड़ियों में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ भी की थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और भीड़ को नियंत्रित किया।
इस मामले में पुलिस ने करीब 40 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें 8 नाबालिग भी शामिल थे। बता दें कि, दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद पर प्रदर्शन कर रहे भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद को भी गिरफ्तार किया है। नाबालिगों को हिरासत में लेकर थाने में रखने पर अदालत ने पुलिस को फटकार लगाई है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस को फटकार लगाते हुए चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अरुल वर्मा ने कहा कि, ‘नाबालिगों को पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखना कानून का खुला उल्लंघन है।’ अदालत ने पुलिस को निर्देश दिए थे कि हिरासत में लिए गए लोगों को उनके वकील से मिलने दिया जाए और कानूनी सहायता मुहैया कराई जाए। इस मामले में वकीलों ने चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट से उनके घर जाकर मुलाकात की थी। वकीलों ने मजिस्ट्रेट से मांग की थी कि उन्हें हिरासत में लिए गए लोगों से मिलने दिया जाए। मजिस्ट्रेट ने पुलिस को कस्टडी में रखे गए घायलों का इलाज कराने के भी निर्देश दिए थे।
बता दें कि, शक्रवार को प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई थी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस दौरान कई गाड़ियों में प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ भी की थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और भीड़ को नियंत्रित किया। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दिल्ली गेट के नजदीक संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के हिंसक होने पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ी। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की ओर से पुलिस पर पथराव किया।
गौरतलब है कि, दरियागंज हिंसा मामले में पुलिस ने अभी तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आजाद को शनिवार तड़के जामा मस्जिद इलाके से हिरासत में लिया था।