आतंकी आरोपी भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादित बयान, सुबह होने वाली अजान पर जताई आपत्ति

0

मालेगांव बम विस्फोट मामले में लंबे समय तक कानूनी प्रक्रिया का सामना कर चुकीं इस मामले में अभियुक्त और मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का विवादों का पुराना नाता रहा है। उनके बयानों पर विवाद होता रहा है, अब उनका नया बयान आया है जिसमें उन्होंने अजान का बगैर जिक्र किए इससे होने वाले शोर पर ही आपत्ति उठा डाली है।

प्रज्ञा सिंह ठाकुर

भोपाल में राममंदिर को लेकर एक कार्यक्रम आयेाजित किया गया था, जिसमें सांसद हिस्सा लेने पहुंची थीं। उन्होंने इस मौके पर अजान का जिक्र किए बिना ही इससे होने वाले शोर से परेशानी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, सुबह पांच बजकर कुछ मिनट से बहुत जोर-जोर से आवाजें आती हैं, और आवाजें लगातार चलती रहती हैं, नींद खराब होती है। बहुत से लोग बीमारियों से ग्रस्त होते हैं, उनका भी बीपी बढता है उन्हें रात में नींद नहीं आती। जब सुबह होती है आवाज विघ्न पैदा करती है।

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ते हुए कहा कि, जो साधु सन्यासी होते हैं उनकी ध्यान साधना का समय भी सुबह चार बजे ब्राह्म मुहूर्त से होता है, प्रथम आरती का समय भी सुबह चार बजे से होता है। किसी को भी इस बात की परवाह नहीं है कि जबरदस्ती माइक की आवाज हमारे कान में गूंजती है और जब हम माइक लगाते हैं तो विधर्मियों को पीड़ा होती है, तो कहते है कि हम किसी और इबादत का कोई शब्द नहीं सुन सकते, क्योंकि हमारे धर्म इस्लाम में ठीक नहीं माना जाता और यह जायज नहीं माना जाता।

सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने इस मौके पर अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर सराहना की और उन्हें देशभक्त व राष्ट्रभक्त बताया।

बता दें कि, 51 वर्षीय भाजपा सांसद मालेगांव विस्फोट मामले में स्वास्थ्य के आधार पर जमानत पर बाहर हैं और उन्होंने अपनी शारीरिक स्थिति का हवाला देते हुए निचली अदालत में व्यक्तिगत पेशी से छूट मांगी थी। 2017 में जमानत मिलने से पहले वह लगभग नौ साल जेल में रही हैं। इन वर्षों के दौरान सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने यह दावा करते हुए कई अदालती सुनवाई में पेश नहीं हुई हैं कि वह गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।

ठाकुर वर्तमान में मुंबई की एक अदालत में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की कड़ी धाराओं के तहत मुकदमे का सामना कर रही हैं। वह 2008 के मालेगांव विस्फोटों के मामले में आरोपी हैं, इसमें कम से कम छह लोगों की मौत हो गई थी। प्रज्ञा ठाकुर को अक्सर विवादित टिप्पणियां भी करती हैं, जिनकी वजह से कई बार उनकी पार्टी को भी शर्मिंदा सामना करना पड़ा है। (इंपुट: IANS के साथ)

Previous article“काम पर नही झूठ और नफरत फैलाने पर मिलता है”: भाजपा समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत को पद्म श्री अवॉर्ड मिलने पर फूटा लोगों का गुस्सा; कहा- गरीबों के मसीहा सोनू सूद थे इसके असली हकदार
Next articleMumbai Police arrest Hindutva fanatic Ramnagesh Alibathini for giving rape threats to 9-month-old baby of Virat Kohli, Anushka Sharma