असम के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता तरुण गोगोई ने शनिवार (22 अगस्त) को दावा किया है कि भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। बता दें कि, असम में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस नेता तरुण गोगोई ने कहा कि, ‘मैंने अपने सूत्रों से सुना है कि रंजन गोगोई का नाम भाजपा की मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की लिस्ट में है। मुझे लगता है कि उन्हें असम का अगला मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रोजेक्ट किया जा सकता है।’ उन्होंने आगे कहा कि अगर पूर्व चीफ जस्टिस राज्यसभा जा सकते हैं तो वह भाजपा के मुख्यमंत्री कैंडिडेट के लिए भी सहमत हो सकते हैं।
गोगोई ने आगे कहा, ‘सब राजनीति है। अयोध्या राम मंदिर केस में आए फैसले से भाजपा रंजन गोगोई से खुश थी। ऐसे में राज्यसभा जाना स्वीकार करके वह धीरे से राजनीति में प्रवेश कर गए। उन्होंने राज्यसभा सदस्यता के लिए मना क्यों नहीं किया? वह बड़ी आसानी से मानवाधिकार आयोग या अन्य अधिकार संगठनों के चेयरमैन हो सकते हैं लेकिन उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं और इसीलिए उन्होंने राज्यसभा की कुर्सी स्वीकार की।’ बता दें कि, रंजन गोगोई पिछले वर्ष 17 नवंबर को सेवानिवृत्त हो गए थे और वह अब राज्यसभा सदस्य हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने घोषणा की है कि वह असम में कांग्रेस पार्टी के अगले सीएम प्रत्याशी बनने नहीं जा रहे हैं। वह भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए एक ‘महागठबंधन’ बनाने की वकालत कर रहे हैं, जिसमें बदरुद्दीन अजमल की ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट (AIUDF), लेफ्ट और क्षेत्रीय पार्टियां एकसाथ आएं।
गोगोई ने आगे कहा, ‘मैं राज्य का मुख्यमंत्री नहीं बनने जा रहा। मैं एक सलाहकार के तौर पर काम करना ज्यादा पसंद करूंगा। कांग्रेस में कई योग्य उम्मीदवार हैं, जो यह दायित्व ले सकते हैं।’ हालांकि कांग्रेस के ही कई बड़े नेता गठबंधन बनाने की कोशिश का विरोध कर रहे हैं।
बता दें कि, रंजन गोगोई 17 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। रंजन गोगोई की अगुआई वाली बेंच ने ही राम मंदिर मामले में फैसला सुनाया था। उन्होंने इस मामले में लगातार 40 दिनों तक सुनवाई कर केस का निपटारा किया था। न्यायमूर्ति गोगोई देश के 46वें प्रधान न्यायाधीश रहे। उन्होंने देश के प्रधान न्यायाधीश का पद तीन अक्टूबर 2018 से 17 नंवबर 2019 तक संभाला।